उत्तराखंड: पर्वतीय क्षेत्रों में कैंसर व नेत्र रोगियों की ढाल बनेंगे पद्मश्री डॉक्टर जीवन सिंह तितियाल
Padmashree AIIMS retired dr. Jeevan Singh Titiyal बताते चले डॉ तितियाल की प्रारंभिक शिक्षा उनके गांव की तिदांग से हुई है। जबकि पांचवी पास करने के बाद वह 60 किलोमीटर पैदल चलकर अपने मामा के घर धारचूला आ गए थे। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने धारचूला के राजकीय इंटर कॉलेज से हाई स्कूल की शिक्षा ग्रहण की इसके बाद वह अपने पिता के पास लखनऊ चले गए थे । वहीं से उन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की इसके बाद उनका चयन एमबीबीएस के लिए हो गया था। इसके बाद उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स दिल्ली से एमबीबीएस एमडी करने के बाद एम्स में ही अपनी सेवाएं दी ।
इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने अपने रिटायरमेंट के दिन भी सात ऑपरेशन किए। डॉक्टर तितियाल ने ना सिर्फ एम्स में सेवाएं दी बल्कि एम्स को पूरी तरह से जिया है । डॉक्टर तितियाल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह धर्मगुरु दलाई लामा जैसी कई महान हस्तियों की आंखों का ऑपरेशन भी किया है और अब तक वह एक लाख से अधिक सफल ऑपरेशन कर चुके हैं। इसके अलावा डॉक्टर तितियाल ने 10 वर्ष पहले एक मृतक की कार्निया से तीन मरीजों की आंखों में कार्निया का ट्रांसप्लांट कर नई विधि विकसित की थी जिसके तहत सरकार ने उन्हें 2014 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।