समूचे उत्तराखंड के लिए दुखद खबर, मां भारती की रक्षा करते हुए बार्डर पर उत्तराखंड के एक और लाल ने दिया अपना सर्वोच्च बलिदान, सूबेदार राम सिंह भंडारी की शहादत की खबर से परिवार में मचा कोहराम…
जम्मू-कश्मीर बार्डर से उत्तराखंड सहित पूरे देश के लिए दुखद खबर सामने आ रही है जहां राजौरी में आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान मां भारती की रक्षा करते हुए अपने अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय देने वाला वीरभूमि उत्तराखण्ड के एक और सपूत ने अपना सर्वोच्च बलिदान देते हुए वीरगति प्राप्त की है। शहीद जवान की पहचान राम सिंह भंडारी के रूप में हुई है जो सेना की गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे तथा वर्तमान में 48 राष्ट्रीय राइफल्स में सूबेदार के पद पर तैनात थे। बताया गया है कि शहीद सूबेदार मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रहने वाले थे। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मच गया वहीं समूचे प्रदेश में भी शोक की लहर दौड़ गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फेसबुक पर साझा किए अपने पोस्ट से शहीद जवान की शहादत की पुष्टि करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: जन्म दिन पर घर पहुचेगा शहीद हिमांशु नेगी का पार्थिव शरीर, माता पिता का रोकर बुरा हाल प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के गांव सलाना पोस्ट बडवाड़ा निवासी राम सिंह भंडारी सेना की 16 गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे। बताया गया है कि लगभग पौने 2 साल से वह राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे तथा वर्तमान में उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में थी। वह आगामी फरवरी 2022 में 30 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही उनकी शहादत की खबर आ गई। बता दें कि उनकी शहादत की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। खबर मिलने के बाद से जहां पत्नी अनिता भंडारी का रो रो कर बुरा हाल है वहीं चारों बेटियों तथा बेटे सोलन की आंखों से भी अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शहीद जवान अपने पीछे पत्नी और पांच बच्चों के साथ ही भरे-पूरे परिवार को रोते-बिलखते छोड़ गए हैं। जिनमें से प्रियंका सिंह और करिश्मा की शादी हो चुकी है जबकि मीनाक्षी भंडारी व मनीषा भंडारी के साथ ही बेटे सोलन की पूरी जिम्मेदारी अब शहीद की पत्नी अनिता पर आ गई है।