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Sheetal Raj mountaineer Pithoragarh mount Chou
Image: sheetal Raj mountaineer Pithoragarh

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पिथौरागढ़

पिथौरागढ़ की शीतल ने रचा इतिहास, माउंट चो ओयू फतह करने वाली बनी पहली भारतीय महिला

Pithoragarh Sheetal Raj mountaineer mount cho oyu पिथौरागढ़ की शीतल राज ने रचा इतिहास, माउंट चो ओयू फतह करने वाली बनी पहली भारतीय महिला, बढ़ाया पूरे देश का मान…..

Pithoragarh Sheetal Raj mountaineer mount cho oyu  : उत्तराखंड की बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। वह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत, लगन व प्रतिभा के दम पर सफलता के नए-नए आयामों को छू रही हैं और साथ ही अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से राज्य का नाम भी रोशन कर रही हैं। इतना ही नहीं यहां की बहुत सारी बेटियां भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत है जो देश की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान तो दे ही रही है बल्कि इसके साथ- साथ समाज मे बदलाव लाकर अन्य बेटियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनती जा रही है। इसी के साथ प्रदेश की बेटियां ऊँची चोटियों को फतहकर सफलता के नए कीर्तिमान भी स्थापित कर रही है। हम आए दिन आपको ऐसी ही होनहार बेटियों से रूबरू करवाते रहते हैं जो किसी विशिष्ट क्षेत्र में अपनी मेहनत के जरिए पहचान बना रही है। आज हम आपको पिथौरागढ़ जिले की शीतल राज से रूबरू करवाने वाले हैं जो माउंट चो ओयू की चोटी को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बनी है।
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बता दें पिथौरागढ़ जिले के सल्लोड गांव की रहने वाली शीतल राज ने माउंट चो ओयू की चोटी फतह कर इतिहास रच दिया है जो उत्तराखंड समेत पूरे देश के लिए गौरवान्वित पल है। दरअसल शीतल राज माउंट चो ओयू को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई है। शीतल राज ने यह उपलब्धि 8 अक्टूबर को विश्व के छठे सबसे ऊंचे पर्वत चो ओयू पर भारतीय तिरंगा फहराकर हासिल की है। जिसकी जानकारी शीतल ने अपने सोशल मीडिया फेसबुक अकाउंट में पोस्ट साझा कर दी है। बताते चलें माउंट चो ओयू हिमालय का छठवां सबसे ऊंचा पर्वत है जो नेपाल और तिब्बत की बॉर्डर पर स्थित है। जिसकी ऊंचाई करीब 8188 मीटर यानी 26864 फुट है । इससे पहले शीतल राज 7075 मीटर ऊंची सतोपंत, 7120 मीटर ऊंची त्रिशूल समेच कई चोटियां फतह कर चुकी हैं। इतना नहीं बल्कि शीतल ने अपने जज्बे और जुनून के चलते 15 अगस्त 2021 को यूरोप की सबसे ऊंची माउंट एल्ब्रुस चोटी पर भारतीय झंडा फहराया था। जिसकी वजह से उन्हें तीलू रोतैली पुरस्कार समेत भारत सरकार के सर्वोच्च साहसिक सम्मान तेंजिंग नॉर्गे नेशनल एडवेंचर अवॉर्ड 2021 से भी नवाजा गया था।

शीतल राज कंचनजंघा पर भी कर चुकी फतह: (Sheetal Raj mountaineer Uttarakhand)

वर्ष 2018 में शीतल राज ने 8,586 मीटर ऊंचे माउंट कंचनजंघा पर चढ़ाई की थी । इसके बाद 2019 में उन्होंने माउंट एवरेस्ट फतह किया। शीतल एवरेस्ट पर सफलता हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की पर्वतारोही हैं। शीतल राज का माउंट चो ओयू मिशन 5 सितंबर 2024 को शुरू हुआ था हालांकि उन्हें नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचने के बाद वीजे के लिए इंतजार करना पड़ा था। इसके बाद 21 सितंबर को शीतल ने बाय रोड बॉर्डर क्रॉस किया और किरोंग पहुंची फिर आगे थिंगरी और 24 सितंबर को एडवांस बेसकैंप पहुंची। इसी के साथ 8 अक्टूबर 2024 की सुबह 8 बजे (चाइनीज टाइम) भारत का तिरंगा माउंट चो ओयू पर लहराया।

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