गांव में पानी की समस्या बन गई गांव के ही युवक की मौत का कारण ग्रामीणों ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में आज भी पेयजल, स्वास्थ्य, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में हर रोज परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिनकी प्रशासन कोई सुध बुध लेने को तैयार नहीं। जी हां हम बात कर रहे है ऐसे ही पानी की समस्याओं से जूझ रहे पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली ग्राम पंचायत के गांव पभ्या की ,जहां पानी की समस्या ने एक व्यक्ति की जान ले ली। उसकी मौत का जिम्मेदार ग्राम वासियों ने प्रशासन को ठहराया है। बता दें कि गांव में पाइपलाइन काफी समय से टूटे होने के कारण गांव के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे थे। कई बार शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके कारण गांवा वालों ने खुद ही पाइपलाइन को जोड़ने का फैसला लिया। जहां पाइप लाइन ठीक करने गए गांव के ही एक युवक सूजन सिंह की खाई में गिरने से मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक दुखद खबर राज्य के पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली क्षेत्र के पभ्या गांव से सामने आ रही है। जहां पभ्या गांव के लोग लगभग 15 दिनों से पानी की समस्या से जूझ रहे थे। बता दें कि गांव के लोग खुद पेयजल लाइन में पानी जोड़ने मौके पर गए , पानी जोड़ते समय सूजन सिंह (36) पुत्र करम सिंह पैर फिसलने से 100 मीटर गहरी खाई में गिर गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूजन सिंह की मौत के बाद पूरे गांव में शोक छा गया है। सूजन मजदूरी करता था। उसके परिवार में पत्नी सहित छह साल और दो साल के मासूम बच्चे भी हैं। सूजन की मौत के बाद परिजन सदमे में हैं। ग्रामीणों ने सूजन सिंह की मौत के लिए शासन-प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। यह भी कहा गया है कि सूजन की मौत से परिवार के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। उन्होंने पीड़ित परिवार को पांच लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।