उत्तराखण्ड: मामूली सी बात पर हुई पुलिस जवान की हत्या, बेटे के जन्मदिन पर उठेंगी पिता की अर्थी
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर के भीमनगर कुंडेश्वरी निवासी मोहित जोशी पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में तैनात था। वह अपनी पत्नी भारती जोशी और सात साल के बेटे के साथ वहीं रहता था। बीते दो जनवरी को वह अचानक लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद पत्नी ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। बताया गया है कि मृतक को अंतिम बार अपने एक सहकर्मी के साथ शराब भट्टी पर देखा गया था। पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर उस सहकर्मी की पहचान गिरीश जोशी के रूप में हुई। पुलिस ने सहकर्मी कांस्टेबल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने मोहित की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया। उक्त कांस्टेबल की निशानदेही पर सोमवार की सुबह दस बजे मोहित का शव चंडाक, पिथौरागढ़ के वन क्षेत्र से बरामद हुआ। जवान की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी भारती की तो आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
बेटे के जन्मदिन पर आज घर से उठेगी पिता की अर्थी-: जिंदगी में नियति कब कौन-से मोड़ पर लाकर खड़ा कर दें इसके बारे में कोई नहीं जान सकता। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस बेटे और उसके परिवार को अपनी आंखों के सामने देखने के लिए नाती के जन्मदिन का इंतजार परिजन बेशब्री से कर रहे थे आज उसी नाती के जन्मदिन पर घर से उसके पिता मोहित की अर्थी उठेंगी। बता दें कि आज 7 जनवरी को मृतक मोहित जोशी के बेटे रौनक का पांचवां जन्मदिन है। मृतक मोहित ने अपने परिवार से रोनक के जन्मदिन पर अपने घर काशीपुर आने का वादा किया था और परिवार वाले भी इस दिन का इंतजार बेशब्री से कर रहे थे लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि इस बार घर पर उनका बेटा मोहित नहीं अपितु उसका शव आऊंगा। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि जिस बेटे के जन्मदिन पर घर आने का वादा मोहित ने अपने परिजनों से किया था, आज उसी के जन्मदिन पर घर से मोहित की अर्थी उठेंगी। बताया गया है कि मोहित जोशी ने जीआईसी प्रतापपुर से इंटर करने के बाद रामनगर डिग्री कॉलेज से बीए किया था और 9 अप्रैल 2006 को उसकी नियुक्ति उत्तराखंड पुलिस में बतौर कांस्टेबल हुई थी।