Uttarakhand roadways tracking system: बस यात्रियों को सीट के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, अब घर से निकलने से पहले ही खाली सीट का चलेगा पता……
Uttarakhand roadways tracking system उत्तराखंड मे अधिकांश यात्री बस से लम्बा सफर तय करना पसन्द करते है लेकिन कई बार बस मे अधिक भीड़ होने के कारण उन्हें सीट नहीं मिल पाती जिससे उन्हें बस में खड़े रहकर ही लम्बा सफर तय करना पड़ता है जो बेहद ही मुश्किल होता है। अब बस यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आ रही है कि आईआईटी रुड़की के शोधकर्ताओं की ओर से ट्रांजिट आई नामक उपकरण विकसित किया गया है जिसकी मदद से घर बैठे ही बस की खाली सीट का पता चल सकेगा यह विशेष कर यात्रियों की सुविधा के लिए तैयार किया गया है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड में नई मैनुफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करेगा टाटा समूह, युवाओं को मिलेगा रोजगार….
Uttarakhand roadways online seat booking बता दें आईआईटी रुड़की के शोधकर्ताओं की ओर से विकसित किए गए ट्रांजिट आई नामक उपकरण की सहायता से अब बस की खाली सीट का आसानी से पता चल जाएगा। दरअसल भोपाल और इंदौर में सफल ट्रायल करने के बाद अब इस सिस्टम को इंदौर की सिटी बसों में लगाने की तैयारी है आईआईटी रुड़की के ट्रांसपोर्ट इंजीनियर विभाग के शोधकर्ता प्रो अमित अग्रवाल की ओर से सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में भीड़ की जानकारी देने के लिए तकनीकी विकसित की गई है जिसका नाम ट्रांजिट आई रखा गया है। इस सिस्टम को विकसित करने के लिए फंडिंग की गई है।
यह भी पढ़ें- Good News: दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे कि जल्द होगी शुरुआत मात्र ढाई घंटे में होगा सफर..
बता दें कि शोधकर्ताओं की टीम ने भुवनेश्वर भोपाल और इंदौर में सैकड़ो बसों के रूट , स्टॉप से लेकर समय समेत बस में चढ़ने वाले यात्रियों की संख्या का सर्वे किया है इसके बाद यात्री सूचना प्रणाली विकसित की गई है। जो रियल टाइम में बसों में भीड़ की स्थिति को आपके मोबाइल पर जानकारी देगी। इस प्रणाली के तहत कैमरे से लिए गए वीडियो को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एल्गोरिदम के जरिए यात्रियों के प्रवेश और निकास का आकलन किया जाता है। इतना ही नहीं इसके जरिए कंडक्टर ने टिकट कम काटे हैं तो उसका पता भी आसानी से चल सकेगा साथ ही रास्ते में चेकिंग के लिए खड़ी टीम के लिए यात्री और टिकट के बीच अंतर के आधार पर होने वाली राजस्व की चोरी का पता भी आसानी से लग सकेगा।