गौरवान्वित हुआ उत्तराखंड (Uttarakhand) नागजगई गांव के अनुभव शुक्ला का इसरो (ISRO) में वैज्ञानिक (Scientist) पद पर चयन..
राज्य के युवा आज देश-विदेश में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैं। क्षेत्र चाहे कोई भी हो राज्य के युवाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परचम लहराकर देवभूमि उत्तराखण्ड (Uttarakhand) का मान बढ़ाया है। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही बेटे से रूबरू कराने जा रहे हैं जिनका चयन अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन -इसरो (ISRO) में वैज्ञानिक (Scientist) के रूप में हुआ है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के नागजगई गांव के रहने वाले अनुभव शुक्ला की, जो अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक बनने जा रहे हैं। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि अनुभव ने न केवल अपने क्षेत्र और जिले का नाम रोशन किया है बल्कि समूचे उत्तराखण्ड वासियों को भी गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है।
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वर्ष 2016 में इंडियन स्पेश रिसर्च आर्गनाइजेशन वलियमाला तिरूवनंतपुरम में बतौर एयरोस्पेश इंजीनियरिंग में हुआ था अनुभव का चयन:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के बसुकेदार तहसील के नागजगई गांव निवासी अनुभव शुक्ला का चयन वैज्ञानिक के रूप में अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में हो गया है। बता दें कि अनुभव के पिता राजेश शुक्ला एक शिक्षक हैं जबकि उनकी मां चेतना शुक्ला एक कुशल गृहिणी है। अनुभव ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा ज्ञानांजलि पब्लिक स्कूल नागजई से जबकि आठवीं तक की पढ़ाई डा. जैक्सवीन नेशनल स्कूल गुप्तकाशी से पूरी की। तत्पश्चात उन्होंने अपनी इंटरमीडिएट की तक की शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय जाखधार-बणसू से प्राप्त की। इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात 2016 में उनका चयन इंडियन स्पेश रिसर्च आर्गनाइजेशन वलियमाला तिरूवनंतपुरम में बतौर एयरोस्पेश इंजीनियरिंग में हुआ। जहां से चार वर्ष की पढ़ाई पूरी करने के बाद अब अनुभव इसरो में वैज्ञानिक बन गए हैं।
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