Neema marriage Chamoli disaster: मोक्ष गधेरे में बह गया मकान शादी का सामान, आपदा का दर्द समेटे बेटी हुई विदा, अधिकारियों ने दिया आशीर्वाद, सेरा गांव मे आसुओं का सैलाब..
sera village neema marriage after cloudburst disaster chamoli Uttarakhand news today: उत्तराखंड के चमोली जिले में बीते दिनों आई आपदा के कारण कई लोगों के मकान व सामान एक झटके मे बाढ़ मे बह गए जिसका दुख शायद उन्हे जीवन भर याद रहेगा। इसी बीच सेरा गांव मे मोक्ष गधेरे की बाढ़ में बहा शादी वाला घर मिट्टी के ढेर मे तब्दील हो गया। वही सेरा गांव के महिपाल सिंह गुसाईं की बेटी नीमा की शादी बीते बुधवार को गोपेश्वर के एक बारातघर में संपन्न हुई। इतना ही नहीं बल्कि आपदा का दर्द समेटे बेटी नीमा को विदा करने के लिए सभी आपदा प्रभावित और रिश्तेदार पहुंचे जिन्होंने अपने दर्द को भूलाकर नीमा को विदा किया। इस दौरान वहां मौजूद हर किसी की आंखें छलक उठी।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बीते 17 सितंबर की रात चमोली जिले के धुर्मा गांव की पहाड़ियों पर बादल फटने के कारण सैलाब ने मोक्ष गधेरे को रौद्र रूप में तब्दील किया। जिसके कारण गधेरे के तेज बहाव में सेरा गांव के करीब आठ मकान बह गए जबकि अन्य मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस आपदा में महिपाल सिंह का मकान भी बह गया जिनकी बेटी नीमा की शादी 23 – 24 सितंबर को कलसीर डाडो पोखरी गांव के गौरव सिंह के साथ होनी तय हुई थी।
गोपेश्वर बारात घर से हुई नीमा की विदाई
नीमा का पूरा परिवार शादी की तैयारियों मे लगा हुआ था जिन्होंने शादी के लिए घर मे रंगरोगन का कार्य पूरा कर शादी का सारा सामान, खाद्यान्न, साड़ियां और जेवरात भी जुटा कर उसी शादी वाले घर मे रखे थे। लेकिन उन्हें कहां मालूम था कि उनकी शादी की सारी तैयारियां फीकी पड़ने वाली है। मकान सैलाब में बह जाने के कारण शादी का सारा सामान (जेवर, साडी) सब बह गए जिसके कारण परिवार पूरी तरह से टूट गया था। लेकिन नाते रिश्तेदारों ने उन्हें हौसला दिया तो तब गोपेश्वर बारातघर में नीमा की शादी का समारोह सादगी के साथ संपन्न किया गया।
नीमा की विदाई पर बाराती भी रो पड़े, आपदा के जख्मों के साथ हुई नीमा की विदाई
बीते बुधवार को अपराह्न 5:00 बारात पोखरी के लिए रवाना हुई। इस दौरान आपदा प्रभावित महिपाल की बेटी नीमा की शादी में जिला स्तरीय अधिकारी समेत अन्य अधिकारी भी जुटे जिन्होंने दुल्हन नीमा को अपना आशीर्वाद दिया। महिपाल ने बताया कि घर बह जाने के कारण उनकी हिम्मत पूरी तरह से टूट गई थी लेकिन नाते रिश्तेदारों ने उनका सहयोग कर हौसला बढ़ाया जिसके कारण उनकी बेटी का विवाह समारोह अच्छे से संपन्न हुआ। नीमा की विदाई के दौरान मायके पक्ष के लोगों के साथ ही बारातियों की भी आंखें भर आई।