Connect with us
Uttarakhand Government Happy Independence Day
Sheraili Pattnaik chess player dehradun
फोटो: देवभूमि दर्शन

उत्तराखण्ड

देहरादून

उत्तराखंड की शतरंज खिलाड़ी शेराली ने महिला कैंडिडेट मास्टर का खिताब हासिल कर रचा कीर्तिमान

Sherali Pattnaik chess player : चंडीगढ़ में आयोजित हुई 34 वीं राष्ट्रीय अंडर 17 ओपन गर्ल्स शतरंज चैंपियनशिप मे देहरादून की शेराली ने रचा इतिहास, 2 हजार फिडे रेटिंग हासिल कर बनी उत्तराखंड की पहली महिला कैंडिडेट मास्टर खिलाड़ी…..

Sherali Pattnaik chess player : उत्तराखंड की प्रतिभाशाली बेटियां आज प्रतियोगी परीक्षाओं, सरकारी गैर सरकारी क्षेत्रों के साथ ही खेल के क्षेत्रों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। यहां की बेटियां क्रिकेट, बैडमिंटन, मार्शल आर्ट, फेनसिंग चैंपियनशिप, फुटबॉल जैसे विशेष खेलों में अपनी जगह बनाकर पूरे प्रदेश का मान तो बढ़ा रही हैं लेकिन इसके साथ ही शतरंज जैसे दिमागी खेलों मे भी अपनी शातिर चाल चलकर इतिहास रच रही है। जो की अन्य बेटियों के लिए बेहद प्रेरणादायक है। आज हम आपको एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने शतरंज मे 2 हजार फिडे रेटिंग हासिल कर नया कीर्तिमान रचा है। जी हां… हम बात कर रहे हैं देहरादून की शेराली पटनायक की जो ऐसा करने वाली पहली उत्तराखंड के खिलाड़ी बनी है।

बता दें देहरादून के किशनपुर कनाल रोड की निवासी 14 वर्षीय शेराली पटनायक ने चंडीगढ़ में आयोजित हुई 34वीं राष्ट्रीय अंडर- 17 ओपन गर्ल्स शतरंज चैंपियनशिप में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करते हुए इतिहास रच डाला है। दरअसल शेराली ने 15 से 23 जुलाई को पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में आयोजित हुई एमपीएल नेशनल अंडर 17 गर्ल्स चैंपियनशिप में 6 वां स्थान पाया और 2000 फिडे रेटिंग पर करी अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ ने शेराली पटनायक को प्रतिष्ठित शतरंज खिताब, WCM  से सम्मानित किया है।

यह भी पढ़िए: देहरादून की भावना टाकुली ने फेंसिंग चैंपियनशिप में हासिल किया सिल्वर मेडल, बढ़ाया प्रदेश का मान

वह खेल के मानक प्रारूप में 2000 से अधिक प्रकाशित फीडे रेटिंग की अनिवार्य आवश्यकता को पार करके इस सम्मान के लिए पात्र बन गई है।महिला कैंडिडेट मास्टर का खिताब हासिल करने वाली वह उत्तराखंड की पहली खिलाड़ी बनी है।2029 की वर्तमान रेटिंग के साथ, वह अब भारत की शीर्ष 50 सक्रिय महिला शतरंज खिलाड़ियों की सूची में प्रवेश करने के कगार पर है। शेराली को बचपन से शतरंज का शौक रहा है और उनका सपना ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना है। शेराली बताती है कि दिमाग के इस खेल में रेटिंग को बनाना एक बहुत बड़ी चुनौती है ऐसे में वह अभी से ओलंपिक के लिए खुद को तैयार रखने के लिए हर दिन अभ्यास करती रहती हैं। शेराली पटनायक अभी डीपीएस स्कूल देहरादून में कक्षा नवीं की छात्रा है जो अभी से अपनी प्रतिभा को बेहद ही शानदार तरीके से निखार रही है। शेराली की माता शिवानी पटनायक डीबीएस पीजी कॉलेज देहरादून में केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं जबकि उनके पिता सुशांत पटनायक आईएफएस ऑफिसर के पद पर तैनात है।

देवभूमि दर्शन से खास बातचीत: देवभूमि दर्शन से खास बतचीत में शेराली की मां शिवानी पटनायक ने बताया कि जब उन्हें छुट्टी नहीं मिलती तो वह अकेला ही देश विदेशों की यात्रा भी कर लेती हैं। शेराली बचपन में अपनी मां शिवानी के साथ शतरंज खेला करती थी जिसके चलते उन्हें यह खेल बेहद अच्छा लगने लगा और उन्होंने छोटी सी उम्र में ही प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपना पहला टूर्नामेंट 7 वर्ष की आयु में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में खेला था। अब तक वह करीब 100 से अधिक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में प्रतिभाग कर चुकी है। शेराली ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा कोच और शिक्षकों को दिया है। पिछले वर्ष दिसंबर 2023 एशियाई शतरंज में रजत पदक जीतकर उत्तराखंड की खििलाड़ी शेराली पटनायक ने देश का मान बढ़ाया। शेराली ने यूएई में चल रही एशियाई यूथ रैपिड शतरंज प्रतियोगिता में अंडर-14 आयु वर्ग में खेलते हुए अपना दूसरा इंटरनेशनल पदक जीता था। शेराली पटनायक ने वर्ष 2022 श्रीलंका में आयोजित राष्ट्रीय मंडल खेलों में पहला अंतरराष्ट्रीय रजत पदक जीता था।

More in उत्तराखण्ड

UTTARAKHAND GOVT JOBS

Advertisement Enter ad code here

UTTARAKHAND MUSIC INDUSTRY

Advertisement Enter ad code here

Lates News

deneme bonusu casino siteleri deneme bonusu veren siteler deneme bonusu veren siteler casino slot siteleri bahis siteleri casino siteleri bahis siteleri canlı bahis siteleri grandpashabet
To Top