Ranikhet News Today: वर्ष 2018 में दीप्ति को बतौर फार्मेसिस्ट राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय शीतलाखेतमें मिली थी तैनाती, तब से यही दें रही थी सेवाएं, दुखद खबर से परिजनों में मचा कोहराम…
उत्तराखंड के सिर्फ रेफर सेंटर बन चुके सरकारी अस्पतालों की बदहाली की तस्वीरें और खबरें तो आए दिन आप देखते ही होंगे आज फिर राज्य के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत तहसील से एक दुखद खबर सामने आ रही है जहां एक महिला फार्मेसिस्ट का रेफर के दौरान निधन हो गया है। मृतका की पहचान दीप्ति अंथवाल के रूप में हुई है। बताया गया है कि वे राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय शीतलाखेत में तैनात थी। उनके आकस्मिक निधन की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे क्षेत्र में भी शोक की लहर है। उनके निधन पर राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल नगर (अल्मोड़ा) पर तैनात अन्य कार्मिकों, अधिकारियों ने भी शोक व्यक्त किया है।
(Ranikhet News Today)
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के ऋषिकेश निवासी दीप्ति अंथवाल, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय शीतलाखेत में फार्मेसिस्ट थी। यहां उनकी पहली तैनाती हुई थी। वह वर्ष 2018 से इसी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रही थी। बताया गया है कि वह शीतलाखेत में किराये के कमरे में अकेले रहती थी। बीते रोज एकाएक उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिस पर उनके साथी कार्मिकों ने उन्हें उपचार के लिए रानीखेत के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उन्हें उन्हें गोविंद सिंह मेहरा राजकीय अस्पताल रानीखेत रेफर कर दिया गया। यहां भी दीप्ति की नाज़ुक हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। परंतु हल्द्वानी ले जाते समय उन्होंने रास्ते में ही 108 एंबुलेंस में दम तोड दिया।
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सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।