Umesh Nagarkoti army Haldwani: छुट्टियां पूरी करने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे जवान की बिगड़ी तबियत, अस्पताल में कराया गया भर्ती, चली गई जवान की जिंदगी, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल….
Umesh Nagarkoti Army Haldwani: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर से इस वक़्त एक दु:खद खबर सामने आ रही है जहां पर 39 वर्षीय उमेश सिंह नगर कोटी जो भारतीय सेना के एक अभिन्न अंग थे जिनकी तैनाती वर्तमान मे सिक्किम में थी। बताया जा रहा है कि वह 6 अक्टूबर को हल्द्वानी से करीब 15 दिन की छुट्टियां पूरी करने के बाद तैनाती पर वापस लौटने के लिए निकले थे लेकिन स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। परिजनों ने उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया जहां पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में शुरू की लहर दौड़ गई है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से बागेश्वर जिले के कांडा गांव के रहने वाले 39 वर्षीय उमेश सिंह नगरकोटी की तैनाती इन दिनों सिक्किम में थी। जिसके चलते वह बीते 6 अक्टूबर को अपने वर्तमान निवास स्थान नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर स्थित देवलचौड के घर मे करीब 15 दिन की छुट्टियां पूरी करने के बाद तैनाती पर वापस लौटने के लिए निकले थे। लेकिन इस दौरान वह सिक्किम अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। जिस पर परिजनों ने बताया कि उमेश बीते शनिवार को करीब 2:00 बजे वापिस अपने घर लौट आए और इस दौरान उनके पास आई कार्ड के अलावा अन्य कोई भी सामान नहीं था। तब परिजनों को पता चला कि वह यूनिट पहुंचे ही नहीं और सिलीगुड़ी से ही वापस घर लौट आए थे। घर पहुंचने के कुछ ही देर बाद उनकी अचानक से तबियत बिगड़ने लगी जिसके चलते परिजन उन्हें तुरंत निजी अस्पताल ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि 6 अक्टूबर से लेकर घर वापसी के बीच फौजी उमेश कहां रहे इसके बारे में परिजनों को कुछ जानकारी नहीं है। इस घटना के बाद से शहीद उमेश की पत्नी गीता देवी, माँ सरस्वती देवी समेत उनकी बेटी आशु और बेटे का रो रो कर बुरा हाल है जबकि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त है। उमेश की जिंदगी किस वजह से गई है इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस मामले में मेडिकल चौकी प्रभारी प्रवीण तेवतिया का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी।