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alt="uttarakhand Prashant Rawat selected Asia cup"

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हल्द्वानी

उत्तराखण्ड: प्रशांत रावत का भारतीय टीम में चयन, पिता एनएस रावत भी रहे खिलाड़ी

uttarakhand: उत्तराखण्ड का एक और बेटा खेलेगा इंटरनेशनल मैच..
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वास्तव में अब राज्य (uttarakhand) के युवाओं की प्रतिभा का कोई सानी नहीं है। चाहे कोई भी क्षेत्र क्यों ना हो राज्य (uttarakhand) के होनहार युवाओं ने आज हर क्षेत्र में न सिर्फ अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है अपितु प्रतिद्वंद्वियों को दांतों तले उंगली दबाने के लिए भी मजबूर किया है। बात अगर खेल के मैदान की ही करें तो भी राज्य (uttarakhand) ने देश को ऐसे-ऐसे खिलाड़ी दिए जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया है। आज हम आपको राज्य (uttarakhand) के एक और ऐसे ही बेटे से रूबरू करा रहे हैं जो कुछ ही दिनों में अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए नजर आएगा। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य (uttarakhand) के नैनीताल जिले के हल्द्वानी निवासी बास्केटबाल खिलाड़ी प्रशांत रावत की, जिनका चयन फीबा एशिया कप के लिए भारतीय टीम में हुआ है। सबसे खास बात तो यह है कि 19 वर्षीय प्रशांत के पिता एनएस रावत भी लगातार चार साल देश के लिए बास्केटबाल खेल चुके हैं और इन चार वर्षों में ही उन्होंने चार बार अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी दावेदारी की है। प्रशांत की इस उपलब्धि से समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि प्रशांत भी अपने पिता की तरह देश-प्रदेश का नाम समूचे विश्व में ऊंचा करेगा।


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प्रशांत ने पिता को ही बनाया अपना गुरु और चल पड़ा उन्हीं के नक्शे कदम पर:- प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा के लमगड़ा निवासी एनएस रावत के 19 वर्षीय बेटे प्रशांत रावत का चयन फीबा एशिया कप के लिए भारतीय टीम में हुआ है। बता दें कि इस फीबा एशिया कप में भारतीय टीम का पहला मुकाबला 21 फरवरी को बहरीन से तो दूसरा मुकाबला 24 फरवरी को इराक से होगा। बताते चलें कि वर्तमान में हल्द्वानी के बाराही कॉलोनी पीलीकोठी निवासी एन‌एस रावत ने बास्केटबाल में अपनी एक खास पहचान बनाई है। वर्ष 1993 से 2000 तक टाटा स्टील जमशेदपुर में नौकरी करते हुए उन्होंने भारतीय टीम में रहकर इंडोनेशिया, सिंगापुर, मलेशिया, चीन में अंतरराष्ट्रीय बास्केटबाल चैंपियनशिप भी खेली और इसके बाद वे रुद्रपुर स्थित एक निजी स्कूल में शारीरिक शिक्षक पद पर नियुक्त हुए। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए प्रशांत ने भी बास्केटबॉल की ही राह चुनी, जिसमें प्रशांत ने अभी तक अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत नेशनल लेवल में ब्रांज तो जूनियर इंटरनेशनल में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। इसके साथ ही प्रशांत ने 2017-18 में भारतीय जूनियर टीम से एशियन बास्केटबाल चैंपियनशिप भी खेली जिसमें भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा।


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