अनलाक-5 में छूट मिलते ही उत्तराखण्ड के पर्यटन क्षेत्र (Uttarakhand Tourism) में आई काफी तेजी, विकेंड में नैनीताल (Nainital), ऋषिकेश (Rishikesh) सहित सभी जगह उमड़ी पयर्टकों की भारी भीड़..
उत्तराखण्ड जो कि पर्यटन के लिए देश विदेश में अपनी एक विशेष पहचान रखता है और इसके साथ ही कई लोगों का रोजगार भी पर्यटन पर ही निर्भर है। वैसे तो यहाँ की वादिया हमेशा ही पर्यटकों से गुलजार रहती हैं लेकिन गर्मियों में बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ पहुंचते हैं, जिस कारण अधिकतर होटलों की बुकिंग समय से पहले ही फुल हो जाती थी, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते न केवल यहां का होटल व्यवसाय ठप पड़ गया बल्कि छोटे, मँझले व्यापारी भी संकट में आ गए, बताते चले कि लॉक डाउन के उपरांत अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से धीरे-धीरे सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हो रही है, इसी के मद्देनजर अनलॉक-5 में होटल तथा पर्यटन(Uttarakhand Tourism) क्षेत्रों को विशेष छूट देने के बाद पर्यटन नगरी उत्तराखंड भी पहले की भांति गुलजार होने लगा है। अनलॉक-5 के दौरान पहले ही हफ्ते के वीकैन्ड में उत्तराखण्ड के कई पर्यटक स्थल सैलानियों से गुलजार रहे, बता दें कि नैनीताल(Nainital), मसूरी, टिहरी, हरिद्वार, ऋषिकेश(Rishikesh) में पर्यटकों की काफी भीड़ रही, पर्यटकों के आने से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों भी काफी खुश नजर आए।
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पर्यटकों से गुलजार रहे नैनीताल के सभी पर्यटक स्थल, ऋषिकेश, हरिद्वार में भी रहा सैलानियों का जमावड़ा, भारी संख्या में पर्यटकों को देख काफी खुश नजर आए स्थानीय कारोबारी:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार अनलॉक-5 में पर्यटन क्षेत्रों में पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है, जहाँ नैनीताल के मालरोड, चिड़ियाघर,नैना मंदिर,तल्लीताल और मल्लीताल, भीमताल में काफी भीड़ रही, वही तीर्थनगरी ऋषिकेश, हरिद्वार में भी गंगा किनारे सैलानियों का जमावड़ा लगा रहा, सैलानियों को देख छोटे-बड़े सभी व्यापारियों के चेहरे खिल उठे हैं, कई सैलानियों ने गंगा नदी में दिन भर राफ्टिंग का भी आनंद लिया, कोरोना काल के बाद यह पहला नजारा था जब पर्यटन नगरी तथा तीर्थनगरी पर्यटकों से गुलजार थी, कोरोनाकाल के कारण करीब 6 महीने से लगे लाकडाउन में सभी पर्यटक स्थलों में सन्नाटा पसरा था, इस कारण कई छोटे बड़े सभी व्यापारीयो का करोबार ठप हो गया था, जिससे उनके सामने रोज़ी रोटी का संकट खड़ा हो गया था, लेकिन अब धीरे-धीरे पर्यटकों के आने से व्यवसायी भी खुश हैं, पर्यटकों के रूख को देखते हुए उन्हें यही उम्मीद है कि आने वाले कुछ समय मे अजीविका का संकट भी दूर हो जायेगा।