kwarala river Valley bridge champawat: चंपावत जिले का वैली ब्रिज बनकर हुआ तैयार, यात्रियों को मिलेगी सुविधा…..
kwarala river Valley bridge champawat : उत्तराखंड के चंपावत जिले से एक अच्छी खबर सामने आ रही है जहां पर जिले का पहला वैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है जिससे क्षेत्रीय यात्रियों को काफी राहत मिलने वाली है इतना ही नहीं बल्कि यह पुल चंपावत जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में यातायात की सुविधा को बेहतर बनाने के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण विकास का कदम माना जा रहा है। वैली ब्रीज़ के बनने से मानसून के दौरान सड़क बंद होने के कारण अब यात्रियों के पास एक अन्य मार्ग का विकल्प रहेगा जिससे उनकी आवाजाही सुचारु रहेगी।
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champawat Valley bridge news बता दें चंपावत जिले के टनकपुर पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर टनकपुर से चंपावत के बीच एक वैकल्पिक मार्ग बन गया है जिसके चलते यात्रियों को एक अन्य मार्ग मिल जाने से राहत महसूस होने वाली है। जी हां दरअसल अमोडी न्याडी स्वांला सड़क मे क्वैराला नदी पर चंपावत जिले का पहला वैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। जिसे सीएम घोषणा में शामिल होने के बाद स्थाई पुल के लिए डीपीआर शासन को भेजी गई है। लोनिवी के अभियंताओं के मुताबिक क्वैराला नदी मे पाली और स्यूली गांव के बीच 33 मीटर लम्बा और 6 मीटर चौड़ा पुल निर्माण किया गया है जिसका कार्य बीते 20 नवंबर से शुरू हुआ था जो अब बनकर तैयार हो गया है।
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tanakpur Pithoragarh NH ROAD news बताया जा रहा है कि इस पुल से सिर्फ हल्के चौपहिया वाहनों की ही आवाजाही हो सकेगी जो मानसून के दौरान NH टनकपुर चंपावत के बीच मलबा गिरने के बाद अन्य विकल्प के रूप में राहत साबित होगी। इतना ही नहीं बल्कि इस पुल के बनने से अमोडी छतकोट सड़क का मिलान सिप्टी न्याडी सड़क से हो गया है। बताते चले वैली ब्रिज का प्रयोग ज्यादातर सेना करती है जो 4 या 5 दिन मे बनकर तैयार हो जाता है। वैली ब्रिज नदी के दोनों ओर से एबटमेंट का निर्माण किया गया है। वहीं चंपावत के अधिशासी अभियंता एमसी पलडिया ने स्थाई पुल की डीपीआर स्वीकृत कर शासन को भेज दी है।