पहाड़ से नौकरी के लिए गया शहर, नहीं लगा मन तो चुनीं देशसेवा की राह, अब चुना गया बेस्ट रिक्रूट
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक में स्थित उरोली गांव के रहने वाले विपिन सिंह राणा शनिवार को भारतीय सेना के गढ़वाल राइफल्स का हिस्सा बने हैं। शनिवार को विपिन न सिर्फ अपने 158 साथियों के साथ भारतीय सेना का हिस्सा बने बल्कि उन्हें पूरे प्रशिक्षण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से भी नवाजा गया। बताते चलें कि सेना में भर्ती होने से पहले भी वह सेना की ट्रैनिंग जितनी ही कठिन जिंदगी जी चुके हैं। सात भाई-बहनों में सबके चहेते विपिन इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद जॉब करने के लिए घर से बाहर शहर में चले गए थे लेकिन वहां की भागदौड़ भरी जिंदगी उन्हें पसंद नहीं आई। इसी दौरान उन्होंने तय किया कि अब मैं देश के लिए कुछ करूंगा और फिर अपने इसी सपने को हकीकत में बदलने के लिए वह घर वापस आकर सेना में भर्ती होने के लिए कड़ी मेहनत करने लगे। उनकी कठिन मेहनत उस समय रंग लाई जब उन्होंने भर्ती रैली में बाजी मारकर अपने सपनों को हकीकत में बदलने की पहली सीढ़ी पार की। बताते चलें कि विपिन के पिता मोर सिंह राणा गांव में ही मजदूरी करते हैं जबकि उनकी मां रुकमणी देवी ग्रहणी हैं। विपिन की इस सफलता से परिवार सहित पूरे गांव में हर्षोल्लास का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि विपिन ने प्रशिक्षण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर गांव का नाम रोशन किया है।