Ankita dhyani qualified Olympic: पौड़ी की अंकिता ध्यानी ने लगाई अपने सपनों की तेज दौड़, 42 वां स्थान प्राप्त कर हासिल किया ओलंपिक का टिकट…
Ankita dhyani qualified Olympic उत्तराखंड की होनहार बेटियों की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है यहां की होनहार बेटियां एथलेटिक्स में अपने सपनों को साकार करते हुए ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर रही है जो पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। इतना ही नहीं उनकी यह सफलता उनके कठिन परिश्रम ,समर्पण और दृढ़ संकल्प का परिणाम है जिसके चलते वे रोज नए आयामोें के शिखर पर पहुंच रही है। हम आए दिन आपको ऐसी ही होनहार बेटियों से रूबरू करवाते रहते हैं जो अपनी मेहनत के जरिए सफलता हासिल करती हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको उत्तराखंड के पौड़ी जिले की रहने वाली अंकिता ध्यानी से रूबरू करवाने वाले हैं जिन्होंने अपनी सपनों की तेज दौड़ लगाते हुए पेरिस ओलंपिक का टिकट हासिल किया है जो पूरे प्रदेशवासियों के लिए हर्ष का विषय बन गया है।
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बता दें अंकिता ध्यानी मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के लैंसडाउन तहसील क्षेत्र के मेरूड़ा गांव की रहने वाली है। जिन्होंने तेज दौड़ लगाते हुए अंतिम क्षण में पेरिस ओलंपिक की उड़ान भर ली है। दरअसल अंकिता ने रैंकिंग में 42 वां स्थान प्राप्त किया है जिसके चलते उन्हें ओलंपिक का टिकेट हासिल हुआ है। अब अंकिता का लक्ष्य ओलंपिक में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है। इतना ही नही वह ओलंपिक में जाने वाली उत्तराखंड की पहली महिला एथलीट और दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई है। उनका कहना है कि हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व कर स्वर्ण पदक हासिल करें ताकि समूचे देशवासियों को उन पर फक्र महसूस हो। वर्तमान में अंकिता बेंगलुरु में इंडियन कैंप प्रशिक्षण मे प्रशिक्षण ले रही है। इससे पहले हाल ही में उन्होंने पंचकूला में आयोजित नेशनल स्टेट एथलेटिक्स प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
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उत्तराखंड का मान बढ़ाने में रही आगे
अंकिता ने कक्षा आठ में पहली बार 2013-14 में रांची में हुए स्कूल गेम्स में प्रतिभाग किया था इस प्रतियोगिता में अंकिता ने 800 व 1500 मीटर दौड़ में हिस्सा लिया। जिसके पश्चात 2014-15 व 2015-16 में अंकिता फिर नेशनल स्कूल गेम्स तक पहुँची और वर्ष 2016-17 में पहली बार अंकिता ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से तेलंगाना में आयोजित 3000 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पाया। जिसमें 2016-17 में ही यूथ फेडरेशन की ओर से वडोदरा में आयोजित 3000 मीटर की दौड़ में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया। इतना ही नहीं वर्ष 2017-18 में रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में 3000 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता। 2018-19 में यूथ फेडरेशन रांची में हुई प्रतियोगिताओं में 1500 मीटर दौड़ और रुद्रपुर में राज्य ओलंपिक में 5000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इतनी सारी उपलब्धियां हासिल करने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और पुणे में खेलो इंडिया में अंकिता ने 1500 व 3000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीत साई हास्टल भोपाल में जगह पाई फिर साल 2019, 2020 में खेलो इंडिया में अलग-अलग दौड़ में स्वर्ण पदक जड़ा 2021 में भोपाल और गुवाहाटी में आयोजित प्रतियोगिताओं मे भी स्वर्ण पदक जीते। पटियाला में आयोजित प्रतियोगिता में कांस्य पदक व संगरूर में आयोजित प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया। अगस्त 2021 में अंकिता ने नैरोबी (केन्या) में हुई विश्व एथलीट (अंडर-20) चैंपियनशिप में 5000 मीटर दौड़ में प्रतिभाग किया।