Phool dei festival 2023: उत्तराखंड में मनाया जाने वाला फूलदेई/ फूलसंक्राति पर्व को बाल पर्व के रूप में मनाए जाने का आदेश हुआ जारी
राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड के फूल संक्रांति / फूलदेई पर्व को लेकर बड़ा आदेश जारी किया गया है। बता दे कि अब फूलदेई लोकपर्व को हरवर्ष ‘बालपर्व’ के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है।सचिव हरिचन्द्र सेमवाल की ओर से जारी किए गए आदेशानुसार उत्तराखण्ड में प्रतिवर्ष फाल्गुन या चैत्र माह के समय आने वाली मीन संक्रांति को मनाया जाने वाला त्यौहार पूरे विश्व में एक अनूठा लोकपर्व है।(Phool dei festival 2023)
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में मनाये जाने वाले फूल संक्रांति / फूलदेई पर्व जीवन में एक नई उमंग और नई उम्मीद लेकर आता है। फूल संक्रांति/फूलदेई जैसे पारम्परिक पर्व ना केवल आज की पीढ़ी को प्रकृति के निकट ले जाते है बल्कि प्रकृति के विभिन्न रंगों से भी उनका परिचय कराते हैं।उक्त लोकपर्व की पारम्परिक महत्ता के दृष्टिगत विचार करने के पश्चात फूलदेई लोकपर्व को प्रतिवर्ष ‘बालपर्व‘ के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही जारी आदेश मे फूल संक्रांति / फूलदेई के अवसर पर प्रतिवर्ष समस्त जिलों के विद्यालयों में बालपर्व के रूप में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जायें।
रेनू नेगी एक अनुभवी लेखिका हैं, जो देवभूमि दर्शन मीडिया के साथ लंबे समय से सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं। वह राजनीतिक, खेल और सांस्कृतिक विषयों पर सटीक, संवेदनशील और तथ्यपरक लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनके लेखों में स्थानीय संस्कृति की आत्मा, राजनीतिक परिप्रेक्ष्य की गहराई, और खेल जगत की जीवंतता स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है।