Uttarakhand Heli Ambulance in Monsoon season: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून के दौरान सड़क बंद होने पर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को हेली एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने के दिए निर्देश………
Uttarakhand Heli Ambulance in Monsoon season: गौरतलब हो कि इन दिनों उत्तराखंड मे भीषण गर्मी पड़ रही है जिसके चलते लोगों का घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया है लेकिन इसी के साथ मौसम विभाग के अनुसार बताया गया है कि इस वर्ष उत्तराखंड में मानसून 25 जून के आस -पास अपनी दस्तक दे सकता है। दरअसल प्रदेश मे मानसून के दौरान कई सारे स्थानों पर मार्ग बाधित हो जाते हैं जिसके चलते लोगों को काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानसून के दौरान सड़क बंद होने पर मरीजों और गर्भवतियों को आपातकालीन स्थिति में हेली एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते रोज सचिवालय में मानसून पूर्व तैयारियों की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने सचिव स्वास्थ्य और सचिव नागरिक उड्डयन विभाग को मानसून के दौरान सड़क बंद होने पर मरीजों और गर्भवतियों को आपातकालीन स्थिति में हेली एम्बुलेंस की सुविधा कराने के कड़े निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग सभी गर्भवतियों को चिन्हित कर ले। इसके साथ ही सीएम ने बैठक में आपदा की स्थिति में बचाव एवं राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से अंजाम देने के लिए अल्मोड़ा जिले के सरियापानी में एसडीआरएफ की एक बटालियन स्थापित करने के भी निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि आपदा में त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर की उचित व्यवस्था की जाएगी ताकि मरीजों को अधिक परेशानी ना हो सके। इतना ही नहीं उन्होंने सभी विभागों को 15 जून तक मानसून पूर्व तैयारी पूरा करने और नोडल अफसरों की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं। बता दें इस बैठक के दौरान उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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यह भी दिए गए निर्देश:-
० अवरुद्ध व बाधित होने वाली सड़कें, बिजली और पेयजल लाइन को सुचारू करने का रिस्पांस टाइम कम से कम हो।
० अतिवृष्टि से फसलों को होने वाले नुकसान का तुरंत आकलन कर मानकों के अनुसार यथाशीघ्र क्षतिपूर्ति की जाए।
० पर्वतीय जिलों में आवश्यक दवाओं, खाद्य सामग्री एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताओं से संबंधित सभी व्यवस्थाएं हो जाएं।
० मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार जिलाधिकारी विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर छुट्टी की घोषणा करें।
० स्कूल जाने के पैदल मार्गों में नदी और नाले वाले स्थानों पर वैकल्पिक मार्ग तलाशे जाएं।
० हर जिले में बड़े रपटे चिह्नित किए जाएं एवं वहां पर सुरक्षा की दृष्टि से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली जाएं।