“कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों” ये पंक्तियाँ उत्तराखण्ड की होनहार बेटी कुमकुम जोशी के लिए एकदम सटीक बैठती है। जी हां बागेश्वर की बेटी कुमकुम जोशी ने पीसीएस की परीक्षा पास कर डिप्टी कलेक्टर बन गई है। कुमकुम जोशी बागेश्वर जिले के नुमाइशखेत की रहने वाली है, उनके पिता महेश चंद्र जोशी राजूहा चमड़थल में प्रधानाध्यापक हैं, व माता रेखा जोशी गृहणी हैं। कुमकुम की प्रारभिंक शिक्षा बागेश्वर से ही हुई है, उन्होंने दसवीं जीजीआइसी बागेश्वर और इंटरमीडिएट विवेकानंद विद्या मंदिर बागेश्वर से की है। बचपन से ही वो पढाई में अव्वल रही और इसी की चलते 12वीं में वह उत्तराखण्ड मैरिट लिस्ट में रहीं। उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय से बीएससी की और फिर वह टाटा इंस्टीट्यूट चेन्नई से एमएसडब्ल्यू करने के बाद आइएएस की तैयारी करने लगी।
कर चुकी हैं उत्तराखण्ड लोअर पीसीएस में टॉप: बता दे की कुमकुम जोशी ने इसी वर्ष अप्रैल में लोअर पीसीएस में उत्तराखंड टॉप भी किया था, और उनका चयन नायब तहसीलदार के लिए हुआ था, लेकिन वह उच्च पद पर आसीन होना चाहती थीं। बस अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर वह संघर्ष करती रही और उसी का सकारात्मक परिणाम है की आज उन्होंने पीसीएस की परीक्षा पास कर उपजिलाधिकारी बन दिखाया। बताते चले की उत्तराखण्ड पीसीएस मेंस 2016 की परीक्षा भी उन्होंने पास की है। कुमकुम को सोशल मीडिया के साथ साथ लोग घर पहुंच कर भी बधाई सन्देश दे रहे है। इस उपलब्धि पर वो कहती है, की उनके माता पिता को इसका बहुत बड़ा श्रेय जाता है जिन्होंने कभी लड़का लड़की का भेद नहीं किया और उन्हें हर कदम पर पूरा सहयोग किया। इसके साथ ही उनकी छोटी बहन रितिका जोशी कुमाऊं विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडलिस्ट हैं और वर्तमान में शोध कर रही हैं। कुमकुम अपने माता पिता से दूर नैनीताल में रहती थी लेकिन इसके बावजूद भी उन्हीने सिर्फ अपने लक्ष्य पर ही ध्यान केंद्रित किया।
Devbhoomi Darshan Desk
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