Ranikhet News Today : बोर्ड रिजल्ट से एक दिन पहले गई दो दोस्तों की जिंदगी, गांव मे पसरा सन्नाटा, परिजनों को लगा सदमा… Ranikhet News Today : उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत से बीते शुक्रवार को एक दुखद खबर सामने आई थी जहां पर सिरौता नदी में नहाने के दौरान दो दोस्तों की जिंदगी चली गई थी जिसके बाद से उनके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दरअसल दोनों छात्रो ने इस वर्ष उत्तराखंड बोर्ड से 12 वीं की परीक्षा दी थी जिनका रिजल्ट बीते शनिवार को आना था लेकिन उससे एक दिन पहले ही दोनो जिंदगी की जंग हार गए। दोनों छात्र मध्यम वर्गीय परिवार से थे जिनके माता-पिता को उनसे काफी सारी उम्मीदें थी लेकिन कुदरत को कुछ और ही मन्जूर था।
गौरतलब हो कि अल्मोड़ा जिले के रानीखेत के ताडीखेत ब्लॉक के धिंघारी के निवासी 18 वर्षीय योगेश बोहरा पुत्र बालम सिंह व 18 वर्षीय करन सिंह बोहरा पुत्र ठाकुर सिंह अपने दो अन्य दोस्तों अमन सिंह और शुभम बोहरा के साथ बीते शुक्रवार को 12 वीं का रिजल्ट आने से पहले काकडीघाट घूमने के लिए गए थे। इस दौरान योगेश बोहरा और करन सिंह बोहरा दोपहर के समय सिरौता नदी मे नहाने के लिए उतर गए। इतना ही नहीं बल्कि नहाते समय दोनों छात्र नदी के बीच में चले गए और नदी गहरी होने के कारण दोनों का संतुलन बिगड़ गया जिसकी वजह से वो डूबने लगे जिस पर युवक के अन्य साथी अमन और शुभम ने दोनों को डूबता देख शोर मचाना शुरू किया। तभी शोर सुनते ही स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हुए जहां पर उन्होंने दोनो युवकों को बचाने का प्रयास किया लेकिन नदी गहरी होने के कारण वो इस प्रयास में असफल रहे। तभी स्थानीय लोगों ने इस घटना की जानकारी तुरंत रानीखेत पुलिस प्रशासन को दी। वहीं सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची जहां पर उन्होंने स्थानीय वहीं सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची जहां पर उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से नदी में डूबे योगेश और करन के शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा वहीं इस घटना की जानकारी मृतकों के परिजनों को दे दी गई थी जिसके बाद से उनका रो-रो कर बुरा हाल है । ग्रामीणों ने बताया कि योगेश ,करन पढ़ाई में अच्छे थे जिनका व्यवहार कुशल होने के कारण गांव के सभी लोग उन्हें अच्छा मानते थे।
अमन और शुभम ने किया था बचाने का प्रयास
अमन और शुभम ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि जब वे सिरोता नदी के तट पर पहुंचे तो अधिक गर्मी होने के कारण उनका नहाने को मन कर गया और इसी कारण सभी नहाने के लिए नदी में उतर गए थे। इस दौरान नहाते वक्त करन और योगेश गहराई में चले गए थे जिसके कारण वो डूबने लगे अमन और शुभम ने दोनों को पकड़े रखा और मदद के लिए शोर मचाया लेकिन इसी बीच वो हाथ से फिसल गए।
इकलौता बेटा था योगेश बोहरा , करन बोहरा दो भाइयों में था छोटा
करन बोहरा दो भाइयों मे से छोटा था जिसके पिता रुद्रपुर में एक निजी कंपनी में कार्यरत है जो हादसे की खबर सुनते घर के लिए रवाना हो गए थे। वहीं दूसरी ओर योगेश अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था जिसके पिता मेहनत मजदूरी कर परिवार पालते हैं। योगेश के घर में उसकी मां और एक छोटी बहन है जिनका रो-रो कर बुरा हाल है।