sarmoli village pithoragarh uttarakhand: पर्यटन मंत्रालय के ग्रामीण पर्यटन भारत की नोडल अधिकारी कामाक्षी माहेश्वरी ने भेजा उत्तराखण्ड सरकार को पत्र, दी सरमोली गांव को बेस्ट टूरिस्ट विलेज ऑफ़ इंडिया के रूप में चुने जाने की जानकारी….
SARMOLI VILLAGE MUNSIYARI: उत्तराखंड की शांत एवं खूबसूरत वादियां हमेशा से ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती रही हैं। यही कारण है कि देश विदेश से लाखों पर्यटक आए दिन उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक सुंदरता के दीदार के लिए देवभूमि उत्तराखंड की ओर रूख करते रहते हैं। यहां की खूबसूरती और पर्यटकों के आकर्षण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने उत्तराखंड के सरमोली गांव को देश के सबसे श्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में चुना है। जी हां… आज हम आपको बेस्ट टूरिस्ट विलेज ऑफ़ इंडिया के रूप में चुने जाने वाले सरमोली गांव से रूबरू कराने जा रहे हैं जो राज्य के सीमांत पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में स्थित है। बता दें कि पर्यटन मंत्रालय के ग्रामीण पर्यटन भारत की नोडल अधिकारी कामाक्षी माहेश्वरी ने पत्र भेज कर सरमोली गांव को देश का श्रेष्ठ पर्यटन गांव चुने जाने की सूचना दी है।
(sarmoli village pithoragarh uttarakhand)
Sarmoli village uttarakhand : बता दें कि सरमोली गांव(Sarmoli village ) को बेस्ट टूरिस्ट विलेज चूने जाने का कारण न केवल यहां की खूबसूरत वादियां है बल्कि यह यहां के वाशिंदों के अथक प्रयासों का भी नतीजा है जिसकी बदौलत यहां के ग्रामीणों ने पर्यटन को स्वरोजगार का जरिया बनाया है इतना ही नहीं ग्रामीणों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कदम उठाए हैं। इकोटूरिज्म के क्षेत्र में अपनी एक आदर्श पहचान बना चुके सरमोली गांव में अपनी समृद्ध संस्कृति और नैसर्गिक सुंदरता को समेटे हुए है। यहां वर्ष भर पर्यटकों का तांता लगा रहता है। पर्यटक यहां से न केवल हिमालय की खूबसूरत वादियों का दीदार करते हैं बल्कि नंदा देवी, राजरंभा, पंचाचूली, नंदा कोट जैसी अनेक चोटियों का खूबसूरत नजारा भी देख सकते हैं। इतना ही नहीं स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बनाए गए गांव के होम स्टे में रहकर वे शांति का अनुभव करते हैं।(sarmoli village pithoragarh uttarakhand)
Salmori village Homestay : वैसे उत्तराखण्ड के अन्य गांवों की तरह सरमोली गांव भी एक बार यहां की सबसे बड़ी विभिषिका पलायन का दंश झेल रहा था। लेकिन पलायन को लगातार बढ़ता देख यहां के ग्रामीणों ने अपनी संस्कृति अपनी परम्पराओं को जीवित रखने के लिए ,अपने गावं को बचाने के लिए स्वयं के स्तर पर कुछ करने का कठिन निर्णय लिया। इसकी शुरुआत शौकीन पर्वतारोही और सामाजिक कार्यकर्ता मलिका विरदी द्वारा शुरू किए गए हिमालयन आर्क होमस्टे कार्यक्रम से हुई, जो केवल महिला शक्ति द्वारा चलाया जाता है। इन महिलाओं द्वारा आज गांव में 25 से अधिक होम स्टे का संचालन किया जाता है। इसके अतिरिक्त यहां ट्रैकिंग, कैम्पिंग, बर्ड वाचिंग, नेचर फोटोग्राफी, एडवेंचर गेम्स के अतिरिक्त एक खूबसूरत एवं खास गतिविधि भी यहां की जाती है, जी हां.. वो इन होम स्टे में रहकर स्थानीय संस्कृति के साथ यहाँ का जीवन जीना अर्थात यहां के लोगों के साथ सम्मिलित होकर उनके जैसे ही दैनिक क्रियाकलाप करना, यही गतिविधि इसे अद्वितीय पर्यटक स्थल के रूप में एक नई पहचान दिलाती है। शायद सरमोली गांव की यही गतिविधि भारत सरकार के पर्यटन विभाग को भा गई और उन्होंने 795 पर्यटन गांवों में से सरमोली गांव को श्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में चयनित किया। जिसकी आधिकारिक घोषणा आगामी 27 सितंबर को की जाएगी और इसी दिन इस गांव को श्रेष्ठ पर्यटन गांव का पुरस्कार दिया जाएगा।
(sarmoli village Munsiyari uttarakhand)