राज्य सरकार ने दी बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित अभिभावकों को राहत, कैबिनेट बैठक(Cabinet Meeting) में लिए गए फैसले के बाद अब 1 नवंबर से चरणबद्ध तरीके से खुलेंगे स्कूल (Uttarakhand Schools)..
राज्य में 15 अक्टूबर से स्कूल खुलने की आशंकाओं से चिंतित अभिभावकों के लिए राजधानी देहरादून से राहत भरी खबर आ रही है जहां मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक(Cabinet Meeting) में स्कूलों को खोलने के बारे में बड़ा फैसला लिया गया है। जी हां.. बुधवार को राज्य की कैबिनेट बैठक में फैसला लिया गया है कि उत्तराखंड में 15 अक्टूबर से स्कूल नहीं खुलेंगे, अब राज्य मंत्रिमंडल ने स्कूलों को आगामी 1 नवंबर से खोलने का फैसला लिया है। हालांकि एक नवंबर को रविवार होने के कारण हकीकत में स्कूल (Uttarakhand Schools) दो नवंबर से ही खुल पाएंगे। कैबिनेट बैठक के बाद राज्य के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि पहले चरण में केवल हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की कक्षाएं संचालित की जाएगी। बता दें कि पहले राज्य सरकार द्वारा जारी अनलाक-5 की गाइडलाइंस में 15 अक्टूबर से स्कूलों को खोलने के संकेत दिए थे। जिसके लिए अभिभावकों और शिक्षकों से राय जिलाधिकारी के जरिए मांगी गई थी। परंतु अधिकांश अभिभावक स्कूलों को खोलने के पक्ष में नहीं थे। जिस कारण राज्य कैबिनेट को एक नवंबर से स्कूलों को खोलने का फैसला लेना पड़ा।
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शिक्षा विभाग अलग से जारी करेगा दिशानिर्देश, डिग्री कॉलेज सहित अन्य कक्षाओं को संचालित करने के बारे में बाद में लिया जाएगा फैसला:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में सचिवालय के वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए जिनमें स्कूलों को एक नवंबर से खोलने का फैसला भी शामिल था। बैठक में तय किया गया कि स्कूलों को आगामी 1 नवंबर से चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। पहले चरण में केवल हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कक्षाएं संचालित की जाएगी। इस दौरान सभी सरकारी, प्राइवेट स्कूलों में परम्परागत तरीके से पढ़ाई होगी। जिसके लिए शिक्षा विभाग अलग से भी दिशा-निर्देश जारी करेगा। स्कूलों को खोलने से पहले उन्हें पूरी तरह सेनेटाइज किया जाएगा तथा स्कूल खुलने के दौरान भी राज्य तथा केन्द्र सरकार द्वारा समय-समय पर जारी सभी सुरक्षा मानकों यथा- मास्क, सामाजिक दूरी का पालन करवाया जाएगा। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की कक्षाएं संचालित होने के बाद हालातों को देखते हुए राज्य कैबिनेट डिग्री कॉलेज सहित अन्य कक्षाओं को संचालित करने के बारे में फैसला करेगी। विदित हो कि कोरोना महामारी के कारण बीते मार्च माह से स्कूलों में ताले लटके हैं। हालांकि इस दौरान कुछ बोर्ड परीक्षाओं के लिए स्कूलों को खोला गया था। वर्तमान में विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है।
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