Connect with us
alt=" special train service for uttarakhand migrant"

उत्तराखण्ड

उत्तराखण्ड परिवहन सचिव ने कहा प्रवासियों के वापसी के लिए 10 मई को नहीं है कोई ट्रेन, देखें वीडियो..

उत्तराखण्ड के लिए नहीं चलेगी 10 म‌ई से कोई स्पेशल ट्रेन (special train), परिवहन सचिव ने किया साफ..

प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए इस वक्त की सबसे बड़ी खबर देहरादून से आ रही है जहां परिवहन सचिव शैलेश बगोली ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए मीडिया को बताया कि अभी तक ट्रेनों का कोई भी शेड्यूल तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि बशर्ते उनकी रेलवे से पूरी बात हो गई है और रेलवे ने उत्तराखण्ड के प्रवासियों के लिए 8  ट्रेनों के  संचालन को मंजूरी भी दे दी है परन्तु अभी तक कोई भी तारीख तय नहीं है कि ये स्पेशल ट्रेन (special train) कब चलेगी। परिवहन सचिव ने मीडिया को यह भी बताया कि उत्तराखंड सरकार ने राजस्थान, केरल और महाराष्ट्र सरकारों से इस बारे में बता कर ली है। रेलवे को भी एडवांस में 50 लाख रुपए की धनराशि दे दी गई है ताकि प्रवासियों से टिकट का कोई भी पैसा ना वसूला जाए। इसके साथ ही मीडिया से मुखातिब होते हुए परिवहन सचिव ने कहा कि अभी तक केवल बंगलूरू से एक सूचना आयोग रही है जिसके अनुसार 11 तारीख को बंगलुरू से एक ट्रेन चलने की संभावना है परन्तु यह जरूरी नहीं है कि ट्रेन उसी दिन चलें।




यह भी पढ़ें- उत्तराखण्डी प्रवासी इस साइट पर चेक कर सकते हैं अपना स्टेटस.. कहाँ और कब मिलेगी गाड़ी

मीडिया में चल रहा था 10 म‌ई से स्पेशल ट्रेन का शेड्यूल, परिवहन सचिव ने बताया पूरी तरह गलत:-

आज शाम मीडिया को जानकारी देते हुए राज्य के परिवहन सचिव शैलेश बगोली ने बताया कि अभी तक उत्तराखण्ड के लिए स्पेशल ट्रेन के चलने को लेकर कोई भी शैड्यूल तय नहीं हुआ है। उन्होंने मीडिया में चल रहे उस शैड्यूल को गलत बताया जिसमें 10 म‌ई से उत्तराखंड के लिए ट्रेन चलने की बात कही गई थी। दरअसल मीडिया में चल रही खबरों के आधार पर हमने भी आपको इसकी जानकारी दी थी, जो अब पूरी तरह गलत है। प्रेस वार्ता करते हुए परिवहन सचिव ने कहा कि अभी तक एक लाख 79 हजार प्रवासी वेबसाइट के माध्यम से उत्तराखंड वापसी के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं। जिनमें दिल्ली से 50 हजार, महाराष्ट्र एवं हरियाणा से 20-20 हजार, उत्तर प्रदेश से 30 हजार प्रवासियों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से अभी तक 23794 प्रवासियों की उत्तराखंड वापसी हो चुकी है। जिनमें हरियाणा से 11482, चंडीगढ़ से 4838, उत्तर प्रदेश से 3536 एवं राजस्थान ‌से 2409 तथा शेष को अन्य राज्यों से सुरक्षित उत्तराखण्ड लाया जा चुका है।


यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: अपने ही घर में बेगाने हुए प्रवासी, झेलना पड़ रहा है ग्रामीणों का जबरदस्त विरोध

More in उत्तराखण्ड

UTTARAKHAND GOVT JOBS

UTTARAKHAND MUSIC INDUSTRY

Lates News

To Top
हिमाचल में दो सगे नेगी भाइयो ने एक ही लड़की से रचाई शादी -Himachal marriage viral पहाड़ी ककड़ी खाने के 7 जबरदस्त फायदे!