रेडक्रास सोसायटी के स्थापना दिवस पर रक्तदान (blood donate) कर युवाओं को किया प्रेरित..
देवभूमि उत्तराखंड में ऐसे भी अधिकारी मौजूद हैं जो यह जानते हैं कि उनके द्वारा किया गया एक छोटा सा कार्य भी युवाओं को प्रेरित कर सकता है। इसलिए पूरे जिले की कमान संभालने वाले ये प्रशासनिक अधिकारी हर उस छोटे-बडे काम में खुद आगे रहते हैं जो युवाओं को प्रेरित कर सकता हैं। तभी तो विभिन्न जिलों के ऐसे जिलाधिकारियों का नाम आजकल प्रत्येक युवा की जुबां पर भी छाया रहता है और अब तो युवा इनको अपना आदर्श भी मानते हैं। आज एक बार फिर राज्य के दो जिलाधिकारियों की ऐसी ही तस्वीर सामने आ रही है जिसमें उन्होंने न सिर्फ अस्पताल पहुंचकर रक्तदान (blood donate) किया बल्कि अपने इस कार्य से वो जिले के युवाओं को भी रक्तदान के लिए प्रेरित कर गए। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के चमोली जिले की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं रूद्रप्रयाग जिले के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की, जिन्होंने रेडक्रॉस सोसायटी के स्थापना दिवस पर रक्तदान कर एक बार फिर बता दिया कि उनके लिए प्रशासनिक दायित्वों के साथ ही सामाजिक दायित्वों को निर्वाह करना कितना अहम है।
स्थापना दिवस पर रेडक्राॅस सोसायटी ने किया था स्वैछिक रक्तदान (blood donate) शिविरों का आयोजन:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार रेडक्रास सोसायटी के स्थापना दिवस पर विभिन्न जिलों में कोरोना वारियर्स के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए। रेडक्रॉस सोसायटी ने इस बार का अपना स्थापना दिवस कोरोना वारियर्स के सम्मान दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान विश्व रेडक्रास दिवस पर सोसायटी ने ताली बजाकर कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया। इस अवसर विभिन्न जिलों में स्वैछिक रक्तदान (blood donate) शिविरों का भी आयोजन किया गया और सोसायटी मेम्बर्स सहित कई अन्य युवाओं ने अस्पताल पहुंचकर रक्तदान किया। रक्तदान करने वालों में चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरियाएवं रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल भी शामिल हैं। दोनों ही जिलाधिकारियों ने न सिर्फ रेडक्राॅस सोसायटी द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की सराहना की बल्कि रक्तदान को सबसे बडा़ दान बताया। उन्होंने कहा कि युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। रेडक्रास सोसायटी की तारीफ करते हुए दोनों जिलाधिकारियों ने कहा कि कोरोना वायरस रूपी महामारी के इस दौर में भी रेडक्राॅस सोसायटी अच्छा काम कर रही है।