Rishikesh karnaprayag Rail Project Update: सुरंग खुदाई का लगभग 60 फीसदी काम पूरा, खुदाई का पूर्ण होने के बाद चाहिए होगी बड़ी मात्रा में अच्छी खनन सामग्री, हाईकोर्ट के फैसले से नदियों से जल्दी नहीं मिल सकती इतने बड़े पैमाने पर खनन सामग्री….
काफी तीव्र गति से निर्मित हो रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के संबंध में एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसके मुताबिक पर्याप्त मात्रा में खनन सामग्री उपलब्ध न होने की वजह से निर्माण कार्य पूरा होने में काफी समय लग सकता है। जी हां… अब तक जल की अविरल धारा की तरह बिना रूके बनाए जा रहे इस परियोजना कार्य के निर्माण पर अब खनन सामग्री उपलब्ध ना हो पाने की वजह से ग्रहण लग सकता है। बताया गया है कि आगामी चार माह में पूरा होने जा रहे परियोजना के तहत सुरंग खोदने के काम उपरांत आगे के कार्य के लिए रेलवे विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को दो करोड़ मीट्रिक टन से अधिक अच्छी गुणवत्ता वाली खनन सामग्री की आवश्यकता होगी। जिसके लिए निगम ने शासन से प्रोजेक्ट के आसपास की कुछ नदी क्षेत्रों में खनन की अनुमति मांगी है। परंतु प्रदेश की नदियों में मशीनों की सहायता से खनन करने पर न्यायालय की ओर से लगाई गई रोक इसके आड़े आ रही है।
(Rishikesh karnaprayag Rail Project Update)
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इस संबंध में आरवीएनएल के मुख्य परियोजना प्रबंधक ने राज्य के परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी को पत्र लिखकर सहयोग की अपील करते हुए शासन को अवगत कराया है कि बड़ी मात्रा में खनन सामग्री मशीनों के बगैर जुटाना संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में परियोजना को समय पर पूरा करने में मुश्किल हो सकती है। जिसका प्रभाव प्रोजेक्ट की लागत में भी पड़ेगा और इसमें काफी अधिक बढ़ोतरी हो जाएगी। आपको बता दें कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना को 2024-25 तक बनाने का लक्ष्य रखा गया है परन्तु परियोजना की राह में लगातार आ रही चुनौतियों को देखते हुए इसमें देरी होने की संभावना है। समय पर पर्याप्त मात्रा में आरबीएम उपलब्ध ना होने पर यह समस्या और भी अधिक गहरा सकती है। इस संबंध में कंपनी की ओर से बताया गया है कि करीब 125 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना में 17 मुख्य टनल का निर्माण किया जा रहा है। जिसके लिए सुरंग खोदाई का लगभग 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है और अगले चार महीने में बाकी कार्य के भी पूर्ण हो जाने की पूरी संभावना है।
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