जहरीली शराब काण्ड ने दो प्रदेशो को पूरी तरह हिलाकर रख दिया है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से हुई मौतों से हड़कंप मचा हुआ है । अब तक यूपी के सहारनपुर, कुशीनगर और उत्तराखंड में कुल 98 लोगों की मौत हो चुकी है, और यह आकड़ा आज शाम को ही 100 पार कर चूका है। इसके साथ ही अभी भी कई लोगो का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान में चौबीस घण्टों के दरम्यान अवैध शराब बनाने व बेचने के मामले में कुल 297 मुकदमे दर्ज किए गए। इसके अंतर्गत 175 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सबसे खाश बात तो ये है की उत्तराखंड के हरिद्वार और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में 100 से अधिक लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले शराब कांड को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
जहरीली शराब कांड के मास्टरमाइंड के बारे में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। जांच में यह बात सामने आ गई है कि कोल्ड ड्रिंक की कुल दस बोतलों में कच्ची शराब आई थी। इसमें से सफेद रंग वाली शराब ने यह तांडव मचाया। पुलिस के मुताबिक जहरीली शराब सहारनपुर से लाकर झबरेड़ा क्षेत्र में ग्रामीणों को बेची गई थी। इस मामले में पुलिस ने सहारनपुर से शराब खरीदकर यहां बेचने के आरोप में बाप-बेटे को गिरफ्तार किया है, जबकि शराब बनाने वाले मुख्य आरोपी बाप-बेटे समेत तीन अब भी फरार हैं। पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा उनके पास से शराब के खाली पाउच, कोल्ड ड्रिंक्स की खाली बोतलें बरामद की हैं। जब पुलिस टीम ने मुखबिर से सूचना जुटाई तो पिता-पुत्र सोनू पुत्र फकीरा और फकीरा पुत्र लच्छीराम निवासी ग्राम बाल्लुपुर, थाना झबरेड़ा के कच्ची शराब में संलिप्त होने की जानकारी मिली। दोनों बाप बेटे को पुलिस ने रविवार को भलस्वागाज तिराहे के पास गिरफ्तार कर लिया, दोनों ने पूछताछ में बताया कि पांच फरवरी को शाम पांच बजे पिता-पुत्र सरदार हरदेव सिंह पुत्र सुखविंदर और सुखविंदर पुत्र आशा सिंह निवासी ग्राम पुंडेन, थाना गागलहेड़ी, सहारनपुर से 35 बोतल कच्ची शराब की खरीदी थी। सोनू ने घर पहुंचकर देखा की शराब का रंग सफ़ेद हो रहा है और दुर्गन्ध आ रही है , इस बाबत उसने सरदार हरदेव से बात की तो हरदेव ने बताया की उसने इसमें कलर मिलाया है और डीजल के बर्तन में शराब बनाई गयी है। फिलहाल मामले की पूर्ण जाँच चल रही है ।