Uttarakhand Martyr Chandrashekhar Harbola: खराब मौसम के चलते आज नहीं पहुंच सकेगा लांस नायक चंद्रशेखर हरबोला का पार्थिव शरीर छोटी बेटी बबीता नहीं कहीं भावुक कर देने वाली बातें
गौरतलब है कि बीते रविवार को शहीद लांसनायक चंद्रशेखर हर्बोला का शव 38 साल बाद सियाचिन से बर्फ मे दबा हुआ मिला।जहाँ आज उनका पार्थिव शरीर हल्द्वानी पहुंचने वाला था लेकिन खराब मौसम के चलते उनका पार्थिव शरीर आज नही बल्कि बुधवार तक पहुंचने के आसार है। इसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा ।शहीद लांसनायक चंद्रशेखर हर्बोला की शहादत पर उनकी छोटी बेटी बबीता का कहना है कि शहीद होने के बावजूद भी 38 साल से उनके पिता का पार्थिव शरीर भी सियाचिन में ड्यूटी निभा रहा है।बता दें कि बबीता की उम्र अब 42 साल है।(Uttarakhand Martyr Chandrashekhar Harbola)
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जब उनके पिता चंद्रशेखर हरबोला शहीद हुए तो वह लगभग 4 साल की थी। उन्हें अपने पिता की शहादत पर गर्व है। बबीता का कहना है कि उनकी माता ने उन्हें बताया कि उनके पिता जब भी छुट्टियों में अपने पैतृक का आया करते थे तो दोनों ही बेटियां अपने पिता से चिपक जाया करती थी। उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि वह अपने पिता को इतनी कम उम्र में ही खो देंगी।चंद्रशेखर हरबोला की बेटी कहती हैं कि वह कभी भी फेसबुक या व्हाट्सएप पर आने वाले शहीदों से जुड़े वीडियो को भी नहीं देख पाती। आज जब उनके पिता का पार्थिव शरीर आ रहा है तो वह शब्दों में बता ही नहीं सकती हैं कि उनके दिल में उनसे जुड़ी क्या भावनाएं उमड़ रही हैं।
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