विडियो: अमित सागर लाए हैं खूबसूरत पहाड़ी गीत…जिसमें प्राची पंवार के अभिनय ने लगाए चार चाँद
आपको सुपरहिट उत्तराखण्डी फिल्म ‘कमली’ तो याद होगी ना। इस फिल्म में कमली का शानदार अभिनय निभाने वाली बाल कलाकार एक बार फिर अपने सुन्दर अभिनय के कारण चर्चाओं में हैं। जी हां.. हम बात कर रहे हैं प्राची पवार की। जिन्होंने कमली फिल्म में शानदार अभिनय कर सभी का दिल जीत लिया था। वर्तमान में अपने परिवार के साथ राज्य के देहरादून जिले के मसूरी में रहने वाली प्राची अभी भी उत्तराखण्ड सिनेमा और उत्तराखण्ड संगीत जगत से जुड़ी हुई है। वैसे कमली फिल्म के बाद कुछ गढ़वाली गीतों में भी अपने खूबसूरत अभिनय से प्राची फिर से सुर्खियों में है। इस गढ़वाली गीत ‘सौं यखी मेरू गौं’ में भी प्राची द्वारा शानदार अभिनय किया गया है। मूल रूप से प्राची राज्य के टिहरी जिले के कीर्तिनगर के पास स्थित थारपयां गांव की रहने वाली है। प्राची के साथ ही उनका पूरा परिवार भी उत्तराखंडी सिनेमा से जु़डा हुआ है। जिनमें उनकी बड़ी बहन मनीषा पंवार अभिनित कई फिल्मों को अपने देखा भी होगा। प्राची के पिता जितेंद्र पवार एक गायक हैं। कमली फिल्म के सारे गीत उनके पिता जितेंद्र ने ही लिखे थे।
अमित सागर आफिशियल यूट्यूब चैनल के बैनर तले रिलीज हुए इस सुंदर गढ़वाली गीत को अपनी आवाज दी है अनुराधा निराला कोटियाल और अमित सागर ने। बता दें कि श्रीनगर गढ़वाल के रहने वाले अमित सागर, सुप्रसिद्ध जागर गीत ‘चैता की चैत्वाली’ को भी अपनी आवाज दे चुके हैं। जिसे लोगों द्वारा खूब सराहा गया और इसी जागर ने उन्हें एक नई पहचान भी दी है। उनका नया गीत ‘सौं यखी मेरू गौं’ प्रेमी-प्रेमिका के आपसी संवाद पर आधारित है। जिसमें प्रेमिका अपने प्रेमी से कहती हैं कि तुम इन पहाड़ों की कसम खाकर कहो कि मुझे छोड़कर कहीं भी नहीं जाओगे।तब प्रेमिका की बात का उत्तर देते हुए प्रेमी कहता है कि मैं तुम्हें छोड़कर कहां जाऊंगा और क्या करूंगा, यहां तो मेरा घर भी है और मेरी प्रेमिका भी। गीत के नाट्य रूपांतरण में प्रशांत सागर एक प्रेमी की भूमिका निभाई है। इस गीत को गणेश विरान ने लिखा है।
