यमुनोत्री धाम में बादल फटा यमुनोत्री मंदिर को जोड़ने वाला पुल बहा और चारधाम यात्रा हुई कई स्थानों पर बंद
उत्तराखण्ड में एक के बाद एक बादल फटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है ,पौड़ी गढ़वाल ,चमोली और पिथौरागढ़ के बाद अब यमुनोत्री में बादल फटने से भारी नुकसान हो गया है। उत्तरकाशी के यमुनोत्री धाम और मोरी ब्लाक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। मुख्य मंदिर को जोडऩे वाले दो पैदल पुलों में से एक बह गया है। काली कमली धर्मशाला का आधा हिस्सा और पांच दुकानें यमुना में समाने के साथ ही गरम पानी के कुंड भी मलबे से भर गए है।
स्थानीय लोगों के अनुसार बादल फटने की यह घटना यमुना के उद्गम स्थल कालिंदी पर्वत के सप्तऋषि कुंड में हुई। वैसे यमुनोत्री में सोमवार रात से ही बारिश शुरू हो गई थी। सूचना है की लगभग रात ढाई बजे से तीन बजे के बीच तेज धमाके की आवाज के साथ ही बादल फटा। यमुना में आया मलबा धाम के दोनों गरम कुंडों में भर चूका है । इसके अलावा परिसर में वीआइपी हॉल, दो गेस्ट रूम, यमुनोत्री मंदिर के भंडारे का स्टोर और नजदीकी प्रसाद का स्टॉल भी लहरों की भेंट चढ़ गया है।
जान की नुकसान की अभी तक कोई खबर नहीं- बता दे की काली कमली धर्मशाला में कोई यात्री नहीं था। सभी यात्री यमुना धर्मशाला में ठहरे थे, इसलिए सभी यात्रिओ की जान बच गयी, लेकिन लोगो में बेहद दहसत का माहौल है और लोगो को सुरक्षा पूर्वक वहाँ से सुरक्षित स्थानों में भेजा जा रहा है। चार धाम यात्रा मार्गों पर लगातार बारिश होने की वजह से रास्ते मलबे से जाम हो गए थे जिसके कारण यातायात पूरी तरह से बाधित हुआ।
