बीते माह आई आपदा से अभी तक नहीं उभर पाया उत्तराखण्ड, नैनीताल भवाली मोटर मार्ग सहित कई सड़कों पर अभी भी जगह जगह लगे हैं मलवे के ढेर…
बीते अक्टूबर माह में आई प्राकृतिक आपदा कितनी भयावह थी इसके अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक माह बीतने के बाद भी उत्तराखण्ड इससे पूरी तरह उभर नहीं पाया है। राज्य की कई ग्रामीण सड़कें अभी भी पूरी तरह बंद है। इतना ही नहीं कुछ सड़कों को लोक निर्माण विभाग द्वारा केवल अस्थाई रूप से ही सुचारू किया जा सका है। ताजा मामला नैनीताल भवाली सड़क मार्ग का है, जहां जगह-जगह लगे मलवे के ढेर न केवल आपदा के ज़ख्मों को ताजा कर रहे हैं बल्कि विभाग की कार्यप्रणाली को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे उच्चाधिकारियों के दबाव में मोटर मार्ग को अस्थाई रूप से सुचारू करने के बाद लोक निर्माण विभाग चैन की नींद सो गया हों। जब राज्य की व्यस्ततम सड़कों का ये हाल हों तो ग्रामीणों सड़कों की बदहाल स्थिति का अंदाजा भी आसानी से लग जाता है। यह भी पढ़ें- तस्वीरें: ये सड़कों के हाल है, राजधानी देहरादून के आम आदमी तो छोड़िए पर्यटक तक हैं परेशान
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरोवर नगरी नैनीताल को भवाली से जोड़ने वाली सड़क आपदा के एक माह बाद भी बदहाल है। जगह-जगह लगे मलवे के ढेर जहां इस बात की तस्दीक करते हैं वहीं दुर्घटनाओं को आमंत्रण भी दे रहे हैं। इतना ही नहीं मलवे के ढेर से उड़ती हुई धूल न सिर्फ वाहन चालकों की मुसीबत का कारण बनी हुई है बल्कि इससे आम जनमानस को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे दुखद बात तो यह है कि नैनीताल भवाली मोटर मार्ग के साथ ही आपदा से क्षतिग्रस्त अधिकांश सड़कों पर अभी तक सुरक्षात्मक कार्य शुरू नहीं हो पाए हैं। जिससे यात्रियों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। विदित हो कि बीते 18-19 अक्टूबर को आई भीषण आपदा से अन्य मार्गों के साथ ही नैनीताल भवाली सड़क भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। आपातकालीन परिस्थितियों में दो दिन बाद ही लोक निर्माण विभाग द्वारा कुछ मलबा हटाकर मार्ग को यातयात सुचारू होने लायक बना दिया था। परंतु एक माह बीत जाने के बाद भी मार्ग से पूरी तरह मलबा नहीं हटाया जा सका है।