Sachendra Panwar IMA Dehradun: माता पिता और दादा ने कंधों पर सितारे सजाकर सचेंद्र को किया सेना को समर्पित, सैन्य परिवार से रखते हैं ताल्लुक..
भले ही जनसंख्या की दृष्टि से उत्तराखण्ड देश का 20वां राज्य हों पर देश कि तीनों सेनाओं को सैनिक, जवान और अफसर देने में वीरभूमि उत्तराखंड का कोई सानी नहीं है। शनिवार को आईएमए देहरादून में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड में भी राज्य के युवाओं का यह रूतबा बरकरार रहा। पासिंग आउट परेड के दौरान उत्तराखण्ड के 33 युवा सेना में लेफ्टिनेंट बन गए, जो उत्तर प्रदेश (50) के बाद सर्वाधिक है। मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले सचेंद्र पवार भी उन्हीं युवाओं में से एक है, जिन्होंने पासिंग आउट परेड के दौरान अंतिम पगबाधा पार कर मां भारती की रक्षा की शपथ ली। सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले सचेंद्र की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
(Sachendra Panwar IMA Dehradun)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले सचेंद्र पवार भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। शनिवार को आईएमए देहरादून में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड के दौरान सचेंद्र के माता पिता एवं दादाजी ने खुद बेटे के कंधों पर सितारे सजाकर सचेंद्र को भारतीय सेना को समर्पित किया। बता दें कि सचेंद्र के पिता यशवंत पवार ”बिन्नी” बजाज अलियांज़ में सैल्स मैनेजर है जबकि उनकी माता दीपा पवार एक कुशल गृहणी हैं तथा उनके दादा चंदन सिंह पवार 4 कुमाऊं बटालियन में सूबेदार पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी से राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कर चुके अपने दादा चंदन पवार की राह पर चलते हुए, यह मुकाम हासिल करने वाले सचेंद्र ने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने दादाजी, माता-पिता और गुरूजनों को दिया है।
(Sachendra Panwar IMA Dehradun)
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