Nainital Pregnant Women: सड़क सुविधा ना होने के कारण पांच किलोमीटर पैदल चलकर प्रसूता को डोली के सहारे सड़क तक लाए ग्रामीण, सड़क पर डोली रखते ही हो गया प्रसव…
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं यथा स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा का ढांचा किस प्रकार ध्वस्त है, इसकी बानगी आए दिन सामने आने वाली खबरों में देखने को मिलती ही रहतीं हैं। इसका अंदाजा इस से भी लगाया जा सकता हैं कि कभी वाहन सड़क/वाहन के अभाव में प्रसूता बीच रास्ते में ही बच्चे को जन्म देती है तो कभी बड़े छोटे अस्पतालों द्वारा रेफर गर्भवती महिलाओं का 108 कार्मिकों द्वारा सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। ऐसी ही एक खबर आज राज्य के नैनीताल जिले से सामने आ रही है जहां सड़क सुविधाओं के अभाव में एक गर्भवती महिला ने बीच रास्ते में ही नवजात बच्चे को जन्म दे दिया। यह मामला बल्यूटी मोरा गांव का है। जहां बीते रोज एक गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर डोली ग्रामीणों का सहारा बनी। ग्रामीणों ने गर्भवती महिला को डोली के सहारे गांव से पांच किलाेमीटर दूरी तय कर भुजियाघाट पहुंचाया परंतु प्रसव पीड़ा तेज होने पर प्रसूता ने बीच सड़क में ही बच्चे को जन्म दे दिया।
(Nainital Pregnant Women)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के बल्यूटी मोरा गांव निवासी दीपा जीना को बुधवार को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। जिस पर ग्रामीण उसे अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगे। सड़क के अभाव के कारण गांव का पथरीला रास्ता होने पर ग्रामीणों ने दीपा को डोली के सहारे पांच किलोमीटर दूर भुजियाघाट पहुंचाया। पूरे रास्ते भर दीपा असहनीय प्रसव पीड़ा से कराहती रही और ग्रामीणों ने जैसे ही भुजियाघाट में डोली को सड़क पर रखा तो दीपा ने एक नवजात बच्चे को जन्म दे दिया। आसपास कोई स्वास्थ्य केंद्र ना होने के कारण प्रसव के बाद भी दीपा के परिजनों और ग्रामीणों की मुसीबत कम नहीं हुई। उन्होंने किसी तरह जच्चा बच्चा को महिला अस्पताल हल्द्वानी पहुंचाया। वो तो भगवान का शुक्र है कि फिलहाल जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहें हैं। वरना ऐसे मामलों में कई बार अनहोनी भी होती रही है।
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