Dwarahat Guldar Attack Video: दिनदहाड़े हुए इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल, सोशल मीडिया पर भी वीडियो हो रही है वायरल….
राज्य में मानव वन्य जीव संघर्ष लगातार बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन जंगली जानवरों द्वारा ग्रामीणों पर हमले की दुखद खबरें सुनने को मिल रही है। ऐसी ही एक खबर आज राज्य के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट क्षेत्र से सामने आ रही है जहां भौरा तोक में एक आदमखोर गुलदार ने 3 लोगों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। वो तो गनीमत रही कि ग्रामीणों का हो-हल्ला सुन गुलदार जंगल की ओर भाग गया अन्यथा परिणाम और भी अधिक भयावह हो सकते थे। बता दें कि गंभीर रूप से घायल तीनों लोगों को उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बनाया गया इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
(Dwarahat Guldar Attack Video)
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट विकासखंड क्षेत्र के ग्रामसभा मल्ली मिरई के तोक भौरा निवासी सुमित कुमार का पानी नल पास में ही टूटा हुआ था। बीती शाम वह पानी का नल ठीक करने गया था। उस समय उसके साथ उसकी माता पुष्पा देवी और पड़ोस की महिला बचुली देवी भी थी। बताया गया है कि इसी दौरान एक आदमखोर गुलदार अचानक सुमित पर हमला कर दिया। उसे बचाने की कोशिश में लगी दोनों महिलाओं पर भी गुलदार ने हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमले के दौरान गुलदार ने बचुली देवी को काफी दूर फेंक दिया, जिससे उसकी आंख, हाथ, सिर में गंभीर चोटें आई हैं। उधर दूसरी ओर गुलदार ने सुमित का दायां हाथ बुरी तरह फाड़ डाला जबकि उसकी मां पुष्पा देवी की पीठ में गहरे दांत लगे हैं। बचुली देवी और सुमित को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है जबकि पुष्पा का उपचार सीएचसी में ही चल रहा है।
(Dwarahat Guldar Attack Video) यह भी पढ़ें- उत्तराखंड : पहाड़ में 5 वर्षीय मासूम बच्चे को गुलदार ने बनाया अपना निवाला क्षेत्र में हड़कंप
इस संबंध में हादसे के बाबत डीएफओ महातिम यादव का कहना है कि इस सीजन में बाघ या गुलदार ज्यादा आक्रमक हो जाते हैं, क्योंकि इस सीजन में उनके बच्चे दूध पीना छोड़कर, मांसाहारी बनने की ओर ज्यादा अग्रसर रहते हैं। दिन दहाड़े हुई इस घटना से क्षेत्र में भय और विभाग के खिलाफ रोष है। सामाजिक कार्यकर्ता नारायण रावत ने बताया कि क्षेत्र में गुलदार का लंबे समय से आतंक की सूचना वन विभाग को दी गई थी। मगर कार्रवाई होना तो दूर कोई क्षेत्र में झांकने तक नहीं पहुंचा। उन्होंने घायलों को तत्काल मुआवजा देने तथा पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। क्षेत्र में लगातार गुलदार की दहशत की सूचना के बावजूद कोई कदम नहीं उठाए जाने पर वन विभाग के खिलाफ लोगों में रोष है। ग्रामीणों ने घायलों का उपचार तथा मुआवजे शीघ्र दिलाने सहित क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग फिर दोहराई है।
(Dwarahat Guldar Attack Video)