Haldwani Forest deputy Ranger: भयावह सड़क हादसे में डिप्टी रेंजर की मौत से परिजनों में कोहराम, चित्रशिला घाट पर किया गया अंतिम संस्कार….
उत्तराखंड में सड़क हादसों का तांडव बिल्कुल भी थमने का नाम नहीं ले रहा है अभी बीते रोज नैनीताल जिले के लालकुआं के हल्दुचौड क्षेत्र में हुए एक भयावह सड़क हादसे में वन विभाग के डिप्टी रेंजर की मौके पर ही मौत हो गई। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार लालकुआं के हल्दूचौड़ के धर्मा गांव निवासी होमेंद्र मिश्रा उर्फ हरीश हल्द्वानी वन विभाग डिवीजन के छकाता रेंज में डिप्टी रेंजर थे। वे घर से सुबह बाइक पर ड्यूटी जा रहे थे। राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित बबर की गुमटी के पास उनकी बाइक को कार ने भीषण टक्कर मार दी जिससे वह उछलकर सिर के बल गिर गए और मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। बता दें कि हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने कार को अपने कब्जे में लेकर चौकी में जब्त कर लिया है बताया जा रहा है कि कार चालक लालकुआं से हल्द्वानी की ओर जा रहा था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। जिसके बाद परिजनों ने रानीबाग स्थित चित्रशिलाघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।
बता दें कि डिप्टी रेंजर होमेंद्र मिश्रा की सड़क हादसे में मौत की खबर से जहां परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है वही वन विभाग के साथ ही उनके क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुखद घटना में प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक बड़ी बात भी सामने आई। जी हां.. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यदि वह हेलमेट लगा लेते तो शायद उनकी जान बच जाती। दरअसल डिप्टी रेंजर होमेंद्र रोज की तरह हेलमेट साथ ले गए थे लेकिन हेलमेट को उन्होंने बाइक पर टांग दिया था। मृतक होमेंद्र अपने पीछे पत्नी अंजू के अलावा बेटी महिमा, युक्ति और बेटे कृतार्थ को रोता बिलखता छोड़ गए। आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही होमेंद्र वन दरोगा से डिप्टी रेंजर पद पर पदोन्नत हुए थे इसके साथ ही वे बेहद हंसमुख मिजाज के थे। सबसे खास बात तो यह है कि होमेंद्र मिश्रा टांडा रेंज में लकड़ी तस्करों पर अपनी इमानदारी से अंकुश लगाने के चलते चर्चा में रहे थे।
(Haldwani Forest deputy Ranger)