Kajal purshora tehri Garhwal: काजल ने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी के दम पर हासिल की यह उपलब्धि, क्षेत्र के ही सरकारी स्कूल से की है पढ़ाई….
राज्य की होनहार बेटियां आज अपनी काबिलियत के बलबूते चहुंओर कामयाबी का परचम लहरा रही है। शिक्षा, खेल, नृत्य, अभिनय, स्वास्थ्य, सैन्य आदि क्षेत्रों में राज्य की बेटियों ने शानदार सफलता अर्जित करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दी है। राज्य की इन होनहार बेटियों की सफलता की खबरों से हम आए दिन आपको रूबरू कराते रहते हैं। इसी कड़ी में आज हम राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने हाल ही में घोषित हुए परीक्षा परिणामों में उत्तराखण्ड की चार प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित होकर न केवल अपने सपनों को साकार करने की दिशा में एक कदम बढ़ाया है बल्कि अपने माता-पिता के साथ ही क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के कंडीसौड़ क्षेत्र की रहने वाली काजल पुरशोरा की। काजल की इन अभूतपूर्व सफलताओं से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता भी लगा हुआ है।
(Kajal purshora tehri Garhwal)
देवभूमि दर्शन से खास बातचीत में काजल ने बताया कि वह मूल रूप से राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के कंडीसौड़ क्षेत्र के सुनार गांव की रहने वाली है। उनके पिता एक जौहरी है जबकि उनकी मां एक कुशल गृहिणी हैं। बता दें कि अपनी प्रारम्भिक शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) थौलधार (टिहरी) से प्राप्त करने वाली काजल ने राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) छाम कंडीसौड़ से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है। काजल बताती है कि उन्होंने हाल ही में घोषित हुए चार प्रतियोगी परीक्षाओं राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी), पुलिस, क्लर्क और वन रक्षक के परिणामों में सफलता अर्जित की है। काजल वर्तमान में उत्तराखंड पुलिस में ज्वाइन कर चुकी हैं और हरिद्वार में उनकी ट्रेनिंग चल रही है। सबसे खास बात तो यह है काजल ने यह अभूतपूर्व उपलब्धि बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी के दम पर हासिल की है।