Pawan Pathak Lieutenant Army: सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं पवन, बेटे को अफसर की वर्दी में देख गर्व से चौड़ा हुआ सूबेदार पिता का सीना…
राज्य के होनहार युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। खासतौर पर सैन्य क्षेत्रों में राज्य के युवाओं की मौजूदगी न केवल उत्तराखण्ड के वीरभूमि, सैन्यभूमि के नाम को सार्थक साबित करती है बल्कि यहां के इतिहास की गौरवशाली गाथा पर भी अपनी मुहर लगाती है। बीते शनिवार को आफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड के दौरान भी राज्य के अनेक होनहार युवाओं ने अंतिम पगबाधा पार कर सेना में सम्मिलित होकर देशसेवा करने का अपना सपना साकार किया है। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू कराने जा रहे जो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। जी हां… हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के बागेश्वर जिले के कांडा तहसील क्षेत्र के पठक्युड़ा गांव निवासी पवन पाठक की। पवन की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है।
(Pawan Pathak Lieutenant Army)
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आपको बता दें कि बीते शनिवार को आफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई से पास आउट होकर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने वाले पवन पाठक एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता प्रकाश चन्द्र पाठक जहां भारतीय सेना के रिटायर्ड सूबेदार है वहीं उनकी मां चंद्रा पाठक राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महरुड़ी में शिक्षिका है। बताते चलें कि अपनी प्रारम्भिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक विद्यालय खांकर से प्राप्त करने वाले पवन का परिवार वर्तमान में पिथौरागढ़ जिले के पवन विहार कॉलोनी विण में रहता है। यही रहते हुए उन्होंने एपीएस पिथौरागढ़ से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। जिसके उपरांत उन्होंने लक्ष्मण सिंह महर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिथौरागढ़ से बीकाम की डिग्री हासिल करने के बाद अर्थशास्त्र में एमए किया। बीते शनिवार को चेन्नई में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान स्वयं उनके सूबेदार पिता प्रकाश ने पवन के कंधों पर सितारे सजाकर उन्हें भारतीय सेना को समर्पित किया। इस मौके पर उनकी मां और दोनों बहनें ज्योति और मीनाक्षी भी मौजूद थी। पवन ने अपनी इस अभूतपूर्व उपलब्धि का श्रेय अपने दादा मधुसूदन पाठक एवं दादी कौशल्या देवी को दिया है।
(Pawan Pathak Lieutenant Army)
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