Babli Rawat Tehri Garhwal: ग्राम प्रधान बबली रावत ने पेश की नजीर, अपनी नायाब सोच एवं सार्थक प्रयासों से लिखीं गांव के विकास की दास्तां…
Babli Rawat Tehri Garhwal
महात्मा गांधी ने दृढ़ता से कहा था कि भारत गांवों में बसता है और हम तब तक भारत का उत्थान नहीं कर सकते, जब तक हम गांवों का उत्थान करने में असमर्थ हैं। वास्तव में महात्मा गांधी के विचार न केवल उस समय बल्कि आज भी उतने ही प्रासंगिक है यही कारण है कि किसी जिले, राज्य या फिर देश के विकास के लिए गांवों का समृद्ध होना बहुत जरूरी है। बात अगर लोकतंत्र की करें तो पंचायतों को लोकतंत्र की प्रमुख ईकाई माना जाता है और किसी भी ग्राम पंचायत का विकास तभी संभव है जबकि वहां के ग्राम प्रधान न केवल गांव के विकास को समर्पित हों बल्कि उनकी सोच दूरदर्शी तथा सकारात्मक होना भी बहुत जरूरी है। आज हम आपको राज्य की एक ऐसी ही युवा महिला प्रधान से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने अपनी सोच, लगन और कड़ी मेहनत के दम पर अपने गांव के सुनहरे भविष्य की दास्तां लिखी है। जी हां… हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले के नरेंद्रनगर ब्लाक क्षेत्र के ओडाडा गांव की प्रधान बबली रावत की, जिनके सराहनीय प्रयासों से गांव का विकास भी योजनाबद्ध ढंग से आगे बढ़ रहा है बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का डिजिटल भारत का सपना भी यहां पूर्णतया सच साबित होता दिखाई दे रहा है।
(Babli Rawat Tehri Garhwal)
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आपको बता दें कि बबली रावत ने न केवल अपनी ग्राम पंचायत में डिजिटल सुविधा प्रदान करने वाले बेसिक कंप्यूटर प्रशिक्षण सेंटर की शुरुआत की है। बल्कि ग्रामीणों को डिजिटल सेवा केंद्र से जरूरी प्रमाण पत्रों के साथ विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन करने की सुविधा भी यहां मिल रही है। इतना ही नहीं एटीएम जैसी सुविधा भी उपलब्ध है। सबसे खास बात तो यह है कि इससे न केवल ग्रामीणों को छोटे-छोटे कामों के लिए शहरों की राह नहीं देखनी पड़ रही है बल्कि उनके गांव में यह सभी सुविधाएं ग्राम प्रधान बबली रावत द्वारा स्थानीय वाशिंदों के लिए बिल्कुल निशुल्क रखी गई है। बताते चलें कि ओडाडा गांव शहर से 25 किमी की दूरी पर स्थित है। गांव को डिजिटल बनाने के उद्देश्य से बबली रावत ने अपनी तरफ से न केवल 10 कंप्यूटर व एक प्रिंटर खरीदा है बल्कि इन्हें संचालित करने की जिम्मेदारी भी अपनी ग्राम पंचायत के ही प्रशिक्षित युवाओं को दी है। इससे न केवल ग्रामीणों की राह आसान हुई है बल्कि उनके बच्चे भी गांव में ही कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान ले रहे हैं। जिसके लिए ग्राम प्रधान बबली की ओर से हर माह कंप्यूटर ज्ञान और चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है।
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इसके अतिरिक्त ग्राम प्रधान बबली रावत ने गांव की सुरक्षा की दृष्टि से भी काफी सराहनीय प्रयास किए हैं। उन्होंने सरकारी अनुदान से न केवल पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं बल्कि उन्हें अपने मोबाइल से जोड़कर वह खुद ही गांव की निगरानी भी करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी ग्राम पंचायत के विद्यालयों को भी बेहतर किया है। जिससे गांव के बच्चों को गांव में ही अच्छी शिक्षा भी उपलब्ध हो रही है। इस संबंध में बबली रावत का कहना है कि समग्र विकास के लिए नई पीढ़ी का भविष्य गढ़ना अतिआवश्यक है। जिसके कारण उन्होंने लीक से हटकर यह निर्णय लिए हैं जिससे ग्रामीण भी पूरी तरह संतुष्ट हैं। ग्रामीणों को तमाम परेशानियों से निजात दिलाने के साथ ही उन्होंने गांव की नई पीढ़ी का सुनहरा भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी भी उठाई है। इसके पीछे का कारण बताते हुए बबली कहती हैं कि किसी भी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए नई पीढ़ी का भविष्य गढ़ना अतिआवश्यक है। कुल मिलाकर उनके सराहनीय प्रयासों के आज सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं जिससे गांव के बच्चे, युवा तथा बुजुर्ग सभी लाभान्वित हो रहे हैं।
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