Tehri pregnant women death: तीन घंटे अस्पताल में रोकने के बाद चिकित्सकों ने एकाएक कर दिए हाथ खड़े, हायर सेंटर ले जाते समय जच्चा-बच्चा ने रास्ते में ही तोड़ दिया दम….
Tehri pregnant women death
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल व्यवस्था आज किसी से भी छिपी नहीं है। जिसका खामियाजा आए दिन पहाड़ के आम जनमानस को भुगतना पड़ रहा है। आज फिर ऐसी ही एक दुखद खबर राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के प्रताप नगर प्रखंड के पट्टी भदुरा के रोणीया ओनाल गांव से सामने आ रहा है जहां की रहने वाली रामचंद्रि देवी पत्नी धनपाल सिंह रावत सामान्य प्रसव पीड़ा होने पर लमगांव चौड़ अस्पताल में गई थी। परिजनों के मुताबिक स्वास्थ्य परीक्षण करने बाद पहले तो चिकित्सकों ने सामान्य प्रसव की बात कहकर रामचंद्रि को अस्पताल में रूकने को ही कहा परंतु जैसे जैसे उसकी प्रसव पीड़ा बढ़ती गई डॉक्टरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में लगभग तीन घंटे रूकने के बाद चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। इससे पहले कि वह हायर सेंटर टिहरी गढ़वाल के जिला चिकित्सालय पहुंच पाती रास्ते में ही जच्चा-बच्चा ने दम तोड दिया। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: पहाड़ में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के चलते गई जच्चा बच्चा की जिंदगी…
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामचंद्रि देवी के पहले से एक 9 वर्ष का बेटा और एक 3 वर्ष की बेटी है जो की सामान्य प्रसव से हुए हैं। जिस कारण उन्होंने चिकित्सकों द्वारा कही गई सामान्य प्रसव की बात पर विश्वास कर लिया। इस संबंध में परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि यदि समय पर अस्पताल से हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता तो शायद जच्चा-बच्चा की जान बच सकती थी।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: पहाड़ की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, हायर सेंटर रेफर प्रसूता ने बीच सड़क में दिया बच्चे को जन्म