Sanjay Rawat Army martyr: मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के रहने वाले थे शहीद संजय, शहादत से दो मासूम बच्चों के सिर से उठा पिता का साया…
Sanjay Rawat Army martyr
लेह लद्दाख से समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक दुखद खबर सामने आ रही है जहां ड्यूटी में तैनात मां भारती का एक वीर सपूत शहीद हो गया है। शहीद जवान की पहचान संजय रावत पुत्र राजेंद्र सिंह रावत के रूप में हुई है। बताया गया है कि वे मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रहने वाले थे तथा सेना की 14 गढ़वाल राइफल में तैनात थे। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे प्रदेश में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
अभी तक मिल रही जानकारी के मुताबिक मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के विकास खंड खिर्सू के कुसली गांव निवासी संजय पुत्र राजेंद्र सिंह रावत, 13 साल पहले भारतीय सेना की 14 गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के लेह-लद्दाख क्षेत्र में थी। बताया गया है कि बीते रोज ड्यूटी के दौरान एकाएक उनकी तबीयत बिगड़ गई जिस पर सेना के अधिकारियों ने उन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शहीद जवान के आकस्मिक निधन का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। वह अपने पीछे पांच साल की बेटी और छह माह के बेटे सहित भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। उनकी शहादत की खबर से जहां उनकी पत्नी मोनिका रावत का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं सेना के लांस नायक के पद पर सेवानिवृत्त उनके पिता राजेंद्र सिंह रावत की आंखों से भी अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उनका छोटा भाई धीरेंद्र सिंह भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं।