Connect with us
Vivek Nautiyal Song Udija Chakhuli

उत्तराखण्ड लोकसंगीत

बेहद खूबसूरत गढ़वाली गीत हुआ रिलीज, सृष्टि रावत के अभिनय ने लगाए चार चांद…

Vivek Nautiyal Song Udija Chakhuli: मायके की याद में व्याकुल नवविवाहिता के अंतर्मन की दशा को बयां करता है यह मार्मिक गीत, सृष्टि रावत ने अपने शानदार अभिनय से लगाए हैं वीडियो में चार चांद…

Vivek Nautiyal Song Udija Chakhuli शादी के बाद बेटियां अपना घर परिवार छोड़ कर ससुराल चली जाती है और शादी के शुरुआती दिनों में जहां उन्हें मायके की याद सताती रहती है वहीं ससुराल में उनका ऐसा कोई संगी साथी नहीं होता जिसके सम्मुख वह अपने अंतर्मन की इस पीड़ा को बयां कर सके। बेटियों की इसी मनोस्थिति को एक गीत के माध्यम से अपने सुरों में पिरोया है युवा गायक विवेक नौटियाल ने। जिन्होंने न सिर्फ इस मार्मिक गीत को लिपिबद्ध किया है बल्कि इसे अपनी मधुर आवाज भी दी है। जी हां… बात हो रही है चांदनी इंटरप्राइजेज यूट्यूब चैनल के बैनर तले रिलीज हुए गढ़वाली गीत ‘उड़िजा चखुली’ की, विवाहित बेटियों के अंतर्मन की दशा को बयां करता यह गीत दर्शकों को बेहद पसंद आ रहा है। खासतौर पर विवाहित महिलाओं को इसे सुनकर अपनी मायके की याद ऐसी सता रही है कि उनकी आंखों से अविरल अश्रुओं की धारा बहने लगती है।
यह भी पढ़ें- डॉक्टर सृष्टि रावत और गरिमा नेगी के नृत्य में है, उत्तराखण्ड लोक संस्कृति की शानदार झलक

Srishti Rawat Udija Chakhuli actress आपको बता दें कि नवविवाहित महिलाओं की मनोदशा बयां करते इस गीत में एक विवाहिता अपने मायके (मैत) की याद ( खुद) में गौरैया (चखुली) पक्षी के साथ अपने दुख को साझा करते हुए अपने मन की पीड़ा को बयां कर उस चखुली पक्षी से अनुरोध कर रही है कि वह उसके मायके वालों के समक्ष उसकी मनोस्थिति को व्यक्त करें ताकि उसके मायके वाले उसकी याद खबर करने आ सकें। बताते चलें कि इस गीत के बोल जितने मार्मिक है वहीं उतना ही अधिक हृदय को छू लेने वाला अभिनय, गीत की प्रमुख नायिका सृष्टि रावत ने किया है। जिसे देखकर कोई भी अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पा रहा है। खासतौर पर विवाहित महिलाएं सृष्टि के अभिनय को देखकर अपनी शादी के बाद ससुराल में उनके प्रारम्भिक दिनों को याद कर रही है। उन्हें ऐसा ही लग रहा है कि जैसे सृष्टि उनका अतीत हों, वहीं नवविवाहित बेटियां सृष्टि में अपना वर्तमान समय देख रही है। इस मार्मिक गीत का संगीत पवन गुसाईं और राकेश भट्ट द्वारा तैयार किया गया है और इसकी रिदम सुभाष पांडे द्वारा दी गई है और इस गीत को अपने बेहतरीन कैमरा कौशल से प्रसिद्ध सिनीमैटोग्राफ़र गोविंद नेगी ने शूट किया है। गीत को पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटि गांव के आस-पास की जगहों पर फिल्माया गया है।

यह भी पढ़ें- सृष्टि रावत: पेशे से डॉक्टर और डांसिंग का ऐसा हुनर की पहाड़ी गीतों को दे दिया शास्त्रीय नृत्य का रूप

देवभूमि दर्शन से खास बातचीत:-

इस गीत के विडियो में अपने शानदार अभिनय से चार चांद लगाने वाली सृष्टि रावत ने देवभूमि दर्शन से खास बातचीत में बताया कि वह मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के बीरोंखाल की रहने वाली है। उनकी शिक्षा दीक्षा दिल्ली से हुई है। इंटरमीडिएट के उपरांत उन्होंने यूपीएमटी की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर एचनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीडीएस किया है। सबसे खास बात तो यह है कि पेशे से भले ही वह डॉक्टर हैं परन्तु उनमें अभिनय की बारिकियां भी कूट कूट कर भरी है। इससे भी अधिक हैरतअंगेज बात तो यह है कि एक पेशेवर कलाकार को मात देने वाला अभिनय करने वाली सृष्टि ने एक्टिंग और डांसिंग की न तो कोई ट्रेनिंग ली है ना ही इसके लिए कोई क्लासेज ज्वाइन की है। भले ही उन्होंने कोई डांसिंग क्लास ज्वाइन ना की हों परंतु वह रुद्रपुर में अपनी डांस अकेडमी ”सम्भवी डांस अकेडमी” चलाकर बच्चो को डांस का प्रशिक्षण दे रही हैं।

यह भी पढ़ें- Bhawana Kandpal Biography Hindi: कौन है भावना कांडपाल जो छा गई उत्तराखंड संगीत जगत में..

उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के WHATSAPP GROUP से जुडिए।

👉👉TWITTER पर जुडिए।

More in उत्तराखण्ड लोकसंगीत

UTTARAKHAND GOVT JOBS

UTTARAKHAND MUSIC INDUSTRY

Lates News

To Top
हिमाचल में दो सगे नेगी भाइयो ने एक ही लड़की से रचाई शादी -Himachal marriage viral पहाड़ी ककड़ी खाने के 7 जबरदस्त फायदे!