Martyr robin singh Bisht pauri garhwal: जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान ब्रेन स्ट्रोक के कारण पाई वीरगति, सैन्य सम्मान के साथ पैतृक घाट पर किया गया अंतिम संस्कार…
Martyr robin singh Bisht pauri garhwal: मां भारती की सेवा करते हुए उत्तराखण्ड के एक और लाल वीरगति को प्राप्त हो गया है। खबर राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रिखणीखाल क्षेत्र की है, जहां के रहने वाले रोबिन सिंह का सेना में ड्यूटी के दौरान असामायिक निधन हो गया। बता दें कि शहीद रोबिन सिंह बिष्ट भारतीय सेना की 5 गढ़वाल राइफल्स में लांस नायक के पद पर तैनात थे। बताया गया है कि ड्यूटी के दौरान ब्रेन स्ट्रोक होने के कारण उन्हें सैन्य अस्पताल चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान बीते मंगलवार को वे जिंदगी और मौत की यह जंग हार गए। बुधवार को सेना की टुकड़ी जैसे उनके पार्थिव शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव पहुंची तो पूरा क्षेत्र गमहीन हो गया। परिजनों के अंतिम दर्शनों के बाद उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ झल का सैंण पैतृक घाट पर किया गया। इस दौरान उनके पिता ने रोबिन की चिता को मुखाग्नि दी।
Martyr robin singh Bisht lance naik garhwal rifles rikhnikhal pauri प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रिखणीखाल क्षेत्र के चौकोड़ी गांव निवासी रोबिन सिंह बिष्ट वर्ष 2018 में भारतीय सेना की 5 गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे। इन दिनों उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के कारगिल क्षेत्र में थी। जहां बीते दिनों ड्यूटी के दौरान ब्रेन स्ट्रोक होने से उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई जिस पर उन्हें चंडीगढ़ स्थित सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बीते मंगलवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि 28 वर्षीय रोबिन सिंह के एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता बृजपाल सिंह बिष्ट भारतीय सेना के सेवानिवृत्त सूबेदार है। बताया गया है कि इन दिनों परिजन रोबिन सिंह की शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे। परिजन इसी वर्ष उनके हाथ पीले करना चाहते थे परंतु शायद नीयती को कुछ और ही मंजूर था। उनकी शहादत की इस दुखद खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है और शादी की सारी खुशियां मातम में तब्दील हो गई है वहीं पूरे क्षेत्र में भी शोक की लहर है।