Garhwali Singer Pawan Semwal CM Dhami Song FIR Latest update news: उत्तराखंड गढ़वाली लोक गायक पवन सेमवाल विवादों में, मुख्यमंत्री पर गीत को लेकर दर्ज हुआ मुकदमा
Garhwali Singer Pawan Semwal Dhami Song FIR: इस वक्त की सबसे बड़ी खबर उत्तराखण्ड के देहरादून जिले से सामने आ रही है जहां गढ़वाली गायक पवन सेमवाल के खिलाफ देहरादून की पटेलनगर कोतवाली में एक महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जी हां… उत्तराखंड के चर्चित लोक गायक पवन सेमवाल एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर बना उनका एक नया गीत “धामी रे नी थामी” है। आपको बता दें कि इस गीत पर शुरूआत से ही विवाद देखने को मिल रहा है। अब प्रेमनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला ने आरोप लगाया है कि गायक ने अपने इस नए गीत के जरिए राज्य की महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की है।
मुख्यमंत्री पर आधारित गीत से उपजा विवाद singer pawan Semwal CM Dhami song
आपको बता दें कि गायक पवन सेमवाल ने हाल ही में एक राजनीतिक गीत रिलीज किया था, जिसमें सत्तारूढ़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शासनकाल का उल्लेख है। गीत के बोल – “धामी रे, नी थामी रे…” – सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। बताते चलें कि इस वीडियो को पहले पुलिस द्वारा यूट्यूब से हटवाया भी गया था, लेकिन बीते 19 जुलाई को पवन सेमवाल ने इसे दोबारा उसी यूट्यूब चैनल और अपनी फेसबुक आईडी से प्रसारित कर दिया।
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जिस पर मामले की जांच के लिए पुलिस टीम ने पवन सेमवाल को दिल्ली के कल्याणपुरी थाने में बुलाया और नियमानुसार पूछताछ के बाद देहरादून के प्रेमनगर थाने लाया गया। पूछताछ के उपरांत उन्हें नोटिस थमाया गया और थाने से सकुशल छोड़ दिया गया। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें भविष्य में विवेचना में सहयोग देने की कानूनी हिदायत दी गई है। बताते चलें कि एक हफ्ते के भीतर यह दूसरी बार है जब पुलिस ने गायक पवन सेमवाल को देहरादून तलब किया है।
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पवन सेमवाल पर दर्ज हुआ मुकदमा
बताया जा रहा है कि महिला द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। महिला का कहना है कि इस गीत के माध्यम से उत्तराखंड की महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाई गई है। इस संबंध में पटेलनगर थाना प्रभारी चंद्रभान अधिकारी ने पुष्टि की है कि गायक के खिलाफ IPC की धारा 196, 353(1)(b), और 79 तथा BNSS की धारा 35(a) के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
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पहले भी राजनीतिक गीतों से सुर्खियों में रहे Garhwali Singer Pawan Semwal
आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब पवन सेमवाल अपने गीतों के चलते विवादों में आए हों। इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के समय उन्होंने एक चर्चित गीत “झांपू दा” गाया था, जिससे उन्हें राज्यभर में पहचान मिली थी। अब एक बार फिर उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर केंद्रित गीत गाया है, जिसने सियासी गलियारों में तूफान मचा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विवाद बढ़ने पर पुलिस ने पहले उनके सोशल मीडिया खातों से उक्त वीडियो हटवाया था। लेकिन 19 जुलाई को गायक ने उस गीत को संशोधित रूप में पुनः यूट्यूब चैनल पर अपलोड कर दिया, जिसके बाद एक महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम महिलाओं के सम्मान पर बहस pawan Semwal Dhami song latest update
इस पूरे मामले पर राज्य में राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। जहां कुछ लोग इस गीत को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में मानते हैं, वहीं कई जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों ने महिलाओं के सम्मान से जुड़े मुद्दे पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि सार्वजनिक मंचों पर इस प्रकार के गीत सामाजिक मर्यादाओं को ठेस पहुंचाते हैं और महिलाओं की गरिमा के खिलाफ हैं। इस मामले के सामने आने के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस जहां सरकार पर हमलावर हो गई है वहीं क्षेत्रीय उत्तराखण्ड क्रांति दल भी पूरी तरह पवन सेमवाल का बचाव करते हुए नजर आ रहा है।
गायक ने सार्वजनिक रूप से मांगी माफी
विवाद के बाद पवन सेमवाल ने सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना की है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं था और गाने में मुख्यमंत्री के नाम व चित्र का उपयोग अनजाने में हुआ। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में वह ऐसी गलती नहीं दोहराएंगे।
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