bear attack in uttarakhand: कठिन परिस्थितियों के बावजूद राधा ने डटकर किया भालू का सामना, राधा का साहस देखकर जंगल की ओर भागने पर विवस हुआ भालू..
पहाड़ जैसे कठिन मुसीबतों का सामना करने वाले पहाड़ के लोग कितने साहसी होते हैं इसकी ताजा तस्वीर राज्य के चमोली जिले से सामने आ रही है जहां एक बीस वर्षीय युवती राधा ने भालू को अपने साहस के दम पर जंगल की ओर भागने के लिए विवश कर दिया। घटना शनिवार सुबह की है जब राधा सूखी लकड़ियां तोड़ने जंगल गई थी। अभी राधा पेड़ पर चढ़कर लकड़ियां तोड़ ही रही थी एकाएक वहां एक जंगली भालू आ गया। राधा को पेड़ पर चढ़ा हुआ देखकर भालू भी पेड़ पर चढ़ गया और उसने मौका देखकर राधा पर हमला (bear attack in uttarakhand) कर दिया। ऐसी परिस्थिति में कोई भी घबरा सकता है परन्तु बावजूद इसके राधा ने साहस नहीं छोड़ा। ऐसे कठिन समय में भी वीरता का परिचय देते हुए पहले उसने एक हाथ से पेड़ की टहनी को कसकर पकड़ कर खुद को पेड़ से गिरने से बचाया और फिर दूसरे हाथ में दरांती पकड़कर भालू पर हमला कर दिया। भालू और राधा के बीच यह संघर्ष लगभग पांच मिनट तक चलता रहा। राधा की ओर से लगातार दरांती से किए जा रहे हमले का परिणाम यह हुआ कि भालू न सिर्फ पेड़ से जमीन पर गिर गया बल्कि दबे पांव जंगल की ओर भागने पर भी मजबूर हो गया। हालांकि भालू के हमले से राधा घायल भी हुई है। चट्टान की तरह खड़ी रहकर भालू का सामना करने वाली राधा के साहस की स्थानीय लोगों ने जमकर सराहना की है।
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दरांती के सहारे खुद को बचाने वाली राधा की हर कोई कर रहा है तारीफ, स्थानीय लोगों ने सरकार से की वीरता पुरस्कार देने की मांग:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के चमोली जिले के वाण गांव निवासी राधा पुत्री देव सिंह बिष्ट रोज की तरह शनिवार को भी गांव की अन्य महिलाओं के साथ सूखी लकड़ियां तोड़ने पास के ही जंगल में गई थी। बताया गया है कि राधा जब लकड़ियां तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़ी थी उसी समय एक भालू पास की झाड़ियों से दहाड़ते हुए वहां पहुंच गया। राधा को अकेली देखकर भालू न सिर्फ पेड़ पर चढ़ गया बल्कि उसने एकाएक राधा पर हमला बोल दिया। अचानक हुए इस हमले से एक बार के लिए तो राधा भी आम जनमानस की तरह ही घबरा गई परंतु जल्द ही उसने अपने घबराहट पर काबू पाते हुए साहस, वीरता और सूझबूझ का परिचय दिया। एक हाथ से पेड़ की टहनियों को पकड़कर जहां दूसरे हाथ से वह लगातार दरांती के सहारे भालू से भिड़ गई वहीं चीखने-चिल्लाने भी लगी। राधा के हमले से जहां भालू पेड़ से गिर गया वहीं राधा की चीख-पुकार सुनकर घटनास्थल पर पहुंची अन्य महिलाओं का शोर सुनकर जंगल की ओर भाग गया। भालू द्वारा किए गए इस हमले में राधा घायल हो गई। उसके शरीर पर भालू के हमले से कई घाव उभर आए। साथ गई महिलाओं ने अन्य ग्रामीणों की मदद से राधा को पीएचसी देवाल पहुंचाया जहां उसका अभी भी उपचार चल रहा है। राधा के वीरता और साहस को देखते हुए स्थानीय लोगों ने उसे सरकार से वीरता पुरस्कार देने की मांग की है, जिसे सोशल मीडिया पर भी जमकर समर्थन मिल रहा है।
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