दक्ष कार्की ने उत्तरायणी महोत्सव बागेश्वर में अपनी जादुई आवाज से कार्यक्रम में ऐसी समां बाँधी, की हर कोई दक्ष की आवाज का मुरीद हो गया। दक्ष के गीतों में जहॉ एक ओर मासूमियत झलक रही थी, वही दूसरी ओर अपने पिता के सपनो को साकार करने की ललक। जहॉ 14 जनवरी से सरयू-गोमती नदी के बगड़ में चल रहे उत्तरायणी मेले की सुन्दर झलक देखने के लिए लोग दूर दूर से आ रहे है , वही दक्ष कार्की ने अपनी बेहतरीन पेशकश से उत्तरायणी महोत्सव में चार चाँद लगा दिए। कुल मिलाकर कहा जाये तो बागेश्वर उत्तरायणी महोत्सव की पहली शाम दक्ष कार्की के नाम रही। दक्ष कार्की ने बागेश्वर से पहले बरेली , और गरमपानी उत्तरायणी महोत्सव में अपनी शानदार पेशकश दी थी। बागेश्वर में दक्ष कार्की ने अपने पिता के सुप्रसिद्ध गीत ” उत्तरायणी कौतिक लागि रो सरयू का बगड़ में ” को अपनी आवाज दी , ये वही गीत है, जो कभी पप्पू कार्की सरयू किनारे उत्तरायणी कौतिक में गाते थे। इसके साथ ही उन्होंने दुबई में भी एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में ये गीत गाया था। यह भी पढ़े–बधाई : उत्तराखण्ड के विख्यात लोकगायक स्वर्गीय पप्पू कार्की के यूट्यूब चैनल को मिला सिल्वर बटन
प्रस्तुति देने से पहले पिता को किया नमन : दक्ष कार्की छितकु हिवाल प्रोडेक्शन के निर्माता देबू पांगती और पीके एंटरटेनमेंट ग्रुप की टीम के साथ बागेश्वर उत्तरायणी महोत्सव में पंहुचा नहीं की दर्शको में खुशी की लहर दौड़ गयी , पिता के गीतों को अपनी आवाज देने से पहले पिता स्व. पप्पू कार्की की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। यह पल इतना भावुक कर देने वाला था, की दर्शको की आँखे नम हो गयी। दक्ष कार्की के साथ कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के टीवी बबल स्टार विक्रम बोरा और कुमाउँनी लोकगायक संदीप सोनू भी मौजूद रहे। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा , विधायक कपकोट भौर्याल , अध्यक्ष नगर पालिका सुरेश खेतवाल , इत्यादि मौजूद रहे। सुनले दगड़िया बात सुनी जा को दी आवाज : स्व. पप्पू कार्की के साथ साथ दक्ष कार्की का भी सुपरहिट गीत बन चूका यह गीत ” सुनले दगड़िया बात सुनी जा” को जैसे ही दक्ष कार्की ने अपनी आवाज दी , दर्शको की तालियों और आवाज में एक अलग ही उत्साह दिखा। बता दे की दक्ष कार्की के इसी गीत की सफलता के बाद पप्पू कार्की के यूट्यूब चैनल को सिल्वर बटन मिला था। यह भी पढ़े–जोहार महोत्सव में दक्ष काकी ने इतना खुदेड़ गीत गाया ,भर आई लोगो की आंखे और लोगो ने भी खूब आशीर्वाद दिया
दक्ष कार्की की लगन और अपनी लोकसंस्कृति के प्रति इतना प्रेम देख कर लोग जहॉ भावुक हुए वही , सुप्रसिद्ध लोकगायक पप्पू कार्की के अमर गीतों को नन्हे कलाकार की आवाज में सुन बेहद उत्साहित भी हुए।