उत्तराखण्ड के लोग आज तकनिकी क्षेत्र में भी सर्वोपरि है इसी का एक उदाहरण है, पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट के कमल कोठारी। गंगोलीहाट (पिथौरागढ़) निवासी साइबर एक्सपर्ट कमल कोठारी ने सोशल नेटवर्किंग साइट्स की खामियां ढूंढकर उन्हें दूर करने की सलाह देकर अपनी प्रतिभा का ही परिचय नहीं दिया वरन उत्तराखण्ड का नाम भी तकनिकी क्षेत्र में रोशन कर दिया।
आप को बता दे की साइबर एक्सपर्ट कमल कोठारी ने पिछले साल फेसबुक की कमियां ढूंढकर 2000 यूएस डॉलर का अवॉर्ड हासिल किया था। फेसबुक की साइबर टीम द्धारा इस सम्मान के बाद कमल के तकनिकी कौशल को और मजबूती मिल गयी।
सर्च इंजन गूगल में ही ढूंढ निकाली कमी – कमल कोठारी ने सर्च इंजन गूगल में बिना अधिकार डाटा एक्सेस करने की कमी खोजी है, जो की गूगल के लिए एक अहम् मुद्दा है “डाटा सुरक्षा”। इसके लिए गूगल ने 100 टॉप रिसर्चर की हॉल ऑफ फेम सूची में कमल को स्थान देते हुए 1337 यूएस डॉलर का पुरस्कार भी दिया है।
कमल कोठारी पुणे(महाराष्ट्र) की मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट (इथिकल हैकर) कार्यरत है। कमल ने हाल ही में सबसे ज्यादा प्रचलित गूगल की सिक्योरिटी संबंधी खामी को ढूंढा। कमल के अनुसार बिना प्रॉपर राइट के किसी के अकाउंट से डाटा एक्सेस नहीं किया जा सकता, लेकिन गूगल में संभव हो पा रहा था। जो की गूगल की एक बहुत बड़ी कमी के रूप में सामने आया।
साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में है विशेष रूचि – कमल के अनुसार उन्हें साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में बहुत रूचि है और इस क्षेत्र में और भी बड़े कार्य उनके द्धारा किये जायँगे। कमल के द्धारा गूगल की इस बड़ी कमी को मेल के माध्यम से बताया गया। गूगल साइबर टीम के द्धारा जब पुरे मामले की जांच की गयी और मामला सही मिला तो गूगल की ओर से कमल की प्रतिभा को सम्मान देते हुए 1337 यूएस डॉलर की राशि भेजी गई।