जहाँ एक ओर मेजर चित्रेश बिष्ट को अंतिम विदाई दी जा रही है वही दूसरी ओर विभूति नारायण ढौंडियाल की शहादत की खबर से पूरे उत्तराखण्ड में शोक की लहर है। वो पुलवामा में रविवार रात से चल रही मुठभेड़ में सुरक्षाबलों की टीम का हिस्सा थे। उनके साथ 3 अन्य जवान भी शहीद हो गए हैं। उनकी मां और दादी देहरादून के नेश्विवला रोड में रहती हैं जबकि उनका मूल गांव पौड़ी जिले स्थित बैजरो ढौंड गांव है। शहादत की खबर लगते ही घर पर माँ , पत्नी ओर बहनो का रो-रो कर बुरा हाल है, पत्नी तो खबर लगते ही बेसुध हो गयी। बता दे की उनकी पिछले वर्ष अप्रैल में ही शादी हुई थी ओर नए दाम्पत्य जीवन की खुशियाँ जिंदगी में आई ही थी की सब खुशियाँ मातम में बदल गयी। पत्नी निकिता आज सुबह ही ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। शहीद की मां सरोज दिल की मरीज हैं। इसलिए उन्हें अभी तक जानकारी नहीं दी गई है।उत्तराखण्ड का यह वीर सपूत 2 आंतकियो को ढेर करने के बाद ही शहीद हुआ।
जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड गाजी रशीद के मारे जाने की खबर है। बताया रहा है कि गाजी रशीद 9 दिसंबर को ही सीमा पार कर कश्मीर में घुस आया था। पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा बलों ने उसे पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया था। एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने उस इमारत को उड़ा दिया जिसमें आतंकी छिपे थे।जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में रविवार रात 12 बजे से चल रहे एनकाउंटर में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। ये मुठभेड़ पुलवामा के पिंगलीना में चल रही है। इसी मुठभेड़ में मेजर डीएस डोंडियाल शहीद हुए हैं। उनके अलावा हेड कॉन्स्टेबल सेवा राम, अजय कुमार और हरि सिंह भी शहीद हो गए।