उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में आजतक ऐसी खौफनाक वारदात नहीं हुई , जो पौड़ी जिले के कफोलस्यू पट्टी के एक गॉव में हुई है। पौड़ी जिले की छात्रा को जिंदा जलाए जाने के इस मामले ने जहाँ पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया, वही पीड़ित छात्रा ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रविवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जो माँ कल तक मुख्यमंत्री से बेटी की जान बचाने की गुहार लगा रही थी , वो आज बेटी के दम तोड़ने पर गहरे सदमे में है। आरोपी मनोज इस मामले को प्रेम प्रसंग बता रहा है , और सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रही है जिसमे वो अपनी सफाई देते हुए कहरा है ” आग खुदको लगा रहा था लेकिन दोनों को हो गया “।
⇒पौड़ी में जिंदा जलाई गई छात्रा अपनी जिंदगी की जंग हार गयी, दिल्ली अस्पताल में तोड़ा दम
लड़की की माँ को भी दी थी धमकी : गौरतलब है कि पौड़ी तहसील की कफोलस्यूं पट्टी के एक गांव की 18 वर्षीय युवती रविवार को बीएससी की प्रयोगात्मक परीक्षा देकर स्कूटी से घर लौट रही थी। रास्ते में गहड़ गांव का मनोज सिंह उर्फ बंटी उसका पीछा करने लगा। बंटी टैक्सी चालक बताया जा रहा है। पीछा करते करते कुछ देर बाद एक सुनसान जगह कच्चे रास्ते पर उसने छात्रा को जबरन रोककर उससे जबरदस्ती करनी शुरू कर दी। छात्रा के विरोध करने पर आरोपी ने उसके ऊपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी और मौके से फरार हो गया। कि ये निर्दयी व्यक्ति कितना क्रूर होगा जिसने जिन्दा लड़की को आग लगा दी , और सबसे खाश बात तो ये है की आरोपी मनोज सिंह उर्फ बंटी ने युवती को आग लगाई और उसके बाद उसकी मां को फोन कर दिया। आरोपी मनोज सिंह ने फोन पर ये कहा कि मैंने तुम्हारी बेटी को आग लगा दी है, अब तुम बचा सकते हो, तो बचा लो। पीड़ित युवती की मां ने सरकार से मांग की है कि आरोपी को फांसी की सजा दी जाए। पीड़ित की मां का कहना है कि आरोपी का फोन उन्हें आया और कहा कि ‘तुम्हारी बेटी को मैंने आग लगा दी है, अब बचा सकती हो तो बचा लो।’