भक्ति गीतों को एक नए अंदाज में एक नया आयाम दे रहे है युवा गायक मनीष राठौर (Manish Rathore)
वैसे तो राजस्थानी लोकसंगीत का अपना अलग ही क्षेत्र और विशेष पहचान है जिसमें यहां की बृज भाषा और खड़ी बोली चार चांद लगा देते हैं। बात अगर भजन कीर्तन की आए तो बृज भाषा के ठेठ खड़ी बोली के सुप्रसिद्ध भजनों को कैसे भुलाया जा सकता है। बृजभाषा में ही सबसे पहले काव्य रचना शुरू हुई थी। सूरदास, रसखान जैसे अनेक कवियों ने इसी भाषा में भजन गाने की शुरुआत की है जो आज भी पूरे देश में चहुं ओर प्रसिद्ध है। सूरदास के कृष्ण प्रेम से तो सारी दुनिया वाकिफ हैं। इसी संगीत जगत में आज अनेक युवा अपने कदम बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में आज एक और नाम जुड़ गया है युवा गायक मनीष राठौर (Manish Rathore) का, जो अपनी भजन गीतों के लिए सवाई माधोपुर में तो प्रसिद्ध है ही अब उन्होंने यूट्यूब के क्षेत्र में भी अपने कदम बढ़ा दिए हैं। मनीष उन युवा गायकों में से हैं जो अपने गीतों को नया आयाम देकर भजन कीर्तन के क्षेत्र को विस्तृत करने में लगे हैं। अब उनका पहला कृष्ण भजन यूट्यूब चैनल से भी रिलीज हो चुका है जिसे लोगों द्वारा खासा सराहा जा रहा है।
बता दें किमनीष मूल रूप से राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के बालेर गांव के रहने वाले हैं। अपनी प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही स्कूल से ग्रहण करने वाले मनीष की उच्च शिक्षा वर्तमान में जयपुर से चल रही है। देवभूमि दर्शन से खास बातचीत में मनीष के बड़े भाई अभिषेक साहू बताते हैं कि मनीष को बचपन से ही भजन गाने का शौक था, बचपन में वह गांव में होने वाले भजन संध्याओं में अपनी दादी के साथ जाते रहते थे और धीरे-धीरे उन्होंने इसी क्षेत्र में कदम बढ़ाने का निश्चय किया, जिसके बाद वह पहले स्कूल की सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भजन गाने लगे और फिर शहर में होने वाली भजन संध्याओं में भी भाग लेने लगे। सबसे खास बात तो है कि मनीष ने कहीं से भी संगीत की कोचिंग नहीं ली। इस बारे में मनीष का कहना है कि बचपन में जब उनकी दादी उन्हें भजन सुनाती तो वहीं से वह सुरों को पकड़ने की कोशिश करते थे और धीरे-धीरे उन्हें सुर-ताल और सरगम समझ में आने लगा। बताते चलें कि मनीष ने अब अपने यूट्यूब चैनल से भी अपना पहला कृष्ण भजन रिलीज किया है। बृज भाषा के साथ खड़ी बोली में गाए गए मनीष के इस भजन को लोगों द्वारा खासा पसंद किया जा रहा है। मनीष की मधुर आवाज के साथ ही विडियो की बेहतरीन कोरियोग्राफी गीत की सुंदरता में चार चांद लगा देती है।