कोटद्वार: गरीबी के चलते श्रमिक पिता नहीं दे सका किताबे छात्र ने की खुदखुशी
कमरा नहीं खुला तो हुआ संदेह – कल सुबह एक बार फिर सौरभ ने अपने पिता से किताबों की मांग की। पिता ने पैसे न होने की बात कहते हुए किसी तरह उसे मनाया और स्कूल जाने की सलाह दी इसके बाद वह मजदूरी ढूंढने के लिए निकल गया सौरभ उसके बाद स्कूल ही नहीं गया। जब दिन में पिता काम नहीं मिलने के कारण घर लौटा तो बेटे का कमरा अंदर से बंद मिला।
काफी आवाज और दरवाज खटखटाने के बाद भी जब दरवाज नहीं खुला तो किसी अनहोनी की आशंका हुई और उसने दरवाजा तोड़ डाला। दरवाजा टूटते ही देखा तो कमरे के अंदर बेटे का शव गले पर साड़ी के फंदे के सहारे पंखे से लटका हुआ था।
उसे फिर भी बचे के जिन्दा हनी की उम्मीद थी और उसे पंखे से नीचे उतारा, तो उसे मृत पाया। ग्रामीणों के द्वारा पुलिस को घटना की सूचना दी गयी।