टिहरी आपदा – छोटी बच्ची बबली के आंखों के सामने दफन हो गया उसका पूरा परिवार
उत्तराखंड के टिहरी जिले के कोट गांव में भारी बारिश के चलते आज सुबह हुए भूस्खलन के बाद एक ही परिवार के सात लोग जिंदा दफन हो गए। बता दे की बुधवार को टिहरी में भूस्खलन से हुए भयानक हादसे में बची 14 साल की बबली पर कुदरत की ऐसी मार पड़ी की उसकी आंखों के सामने उसका सात लोगों का पूरा परिवार जिंदा दफन हो गया। बबली ने चार घंटे तक मौत को इतने करीब से देखा कि अब वह बेहद डरी हुई व सदमे में है, और वह पत्थर की ओट में बैठी सिसकिया भरती रही। जब बच्ची को वहां से निकाला गया तो उसकी हालत देख वहां मौजूद लोगों की भी आंखे भर आई । मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
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उसे मामूली चोटें आई हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे मौके पर ही उपचार दिया। पहाड़ी से हुए भारी भूस्खलन उनके मकान के मलबे को भी काफी दूर तक ले गया था। इस बीच, करीब चार घंटे की खोजबीन के बाद एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम को मकान के पत्थरों की ओट में उन्हें चौदह वर्षीय बबली दिखाई दी। वह रजाई में लिपटी थी, उसकी सांसें चल रही थी। हादसे में बीच बबली राजकीय इंटर कालेज कोट विशन में कक्षा 6 की छात्रा है। परिवार के अन्य सदस्यों की मौत का पता चलने के बाद से वह सहमी हुई है। उसके दादा और दादी भी हादसे के बाद से सदमे में हैं। बबली के साथ जो हुआ उस से पुरे गांव में शोक की लहर है बस हर कोई बबली के आंसुओ को पोछ रहा है और उसे सांत्वना दे रहे है ।
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